West Bengal : पूर्वी भारत ही नहीं, बल्कि उत्तर भारत में भी माओवादी अपने नेटवर्क विस्तार करने में जुटे हैं. माओवादी नेटवर्क के तह तक पहुंचने, माओवादी गतिविधियों के लिए फंड जुगाड़ने व उनकी सप्लाई में सहायता करने व झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ में माओवादी गतिविधियों में मदद करने और माओवादी गतिविधियों में शामिल लोगों तक पहुंचने के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) ने बड़ी कार्रवाई की है. मंगलवार को एनआइए ने पश्चिम बंगाल के अलग-अलग जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की.
नयी दिल्ली, झारखंड और बिहार के एनआइए अधिकारी भी शामिल
बताया जा रहा है कि यह छापेमारी कोलकाता के नेताजीनगर, उत्तर 24 परगना के पानीहाटी, सोदपुर, बैरकपुर, जगदल, दक्षिण 24 परगना के महेशतला, बारुईपुर, नदिया के मदनपुर, रानाघाट, हावड़ा के चटर्जीहाट और आसनसोल समेत करीब 12 जगहों पर की गयी है. इस अभियान में बंगाल के अलावा नयी दिल्ली, झारखंड, छत्तीसगढ़ से भी एनआइए अधिकारी शामिल हुए हैं. एनआइए अधिकारियों की टीम के साथ सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) के जवान भी हैं. Also Read : Mamata Banerjee : ममता बनर्जी की बड़ी घोषणा,राज्य पुलिस में 12 हजार पदों पर जल्द होंगी नियुक्तियां
छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज किए गए जब्त
कुछ जगहों पर राज्य पुलिस के स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) के अधिकारी भी उनके साथ हैं. छापेमारी के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटरों की हार्डडिस्क व अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किये गये हैं.उन्होंने बताया कि इन महिलाओं ने पूर्वी भारत में माओवादी नेटवर्क फैलाने के लिए उन्हें भेजे गए धन का कथित तौर पर इस्तेमाल किया.सूत्र ने कहा, माओवादी संगठन में इन लोगों की भूमिका का पता लगाने के लिए ये छापे मारे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
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