बोकारो, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) में बोनस को लेकर नयी दिल्ली में मंगलवार को आयोजित नेशनल ज्वाइंट कमटी फॉर स्टील (एनजेसीएस) की बैठक बेनतीजा समाप्त हो गयी. श्रमिक यूनियनों ने जहां 52,000 हजार रुपये की मांग की, वहीं सेल प्रबंधन ने 26,000 रुपये देने की बात कही. बताते चलें कि पिछले साल यूनियनों ने 40050 रुपये की मांग की थी, जबकि सेल प्रबंधन ने 23000 रुपये दिये थे. बैठक की अगली तिथि अभी तय नहीं हुई है. इधर, नयी दिल्ली में बुधवार को इंटक कार्यालय में सभी श्रमिक यूनियनों की बैठक बुलायी गयी है. बीएसएल सहित सेल के सभी प्लांटों के नेता भी बैठक से ऑनलाइन जुड़ेंगे. इसमें तय किया जायेगा कि बोनस के सवाल पर सेल में हड़ताल की घोषणा कब की जाये. कहा जा रहा है कि पांचों श्रमिक यूनियनें कर्मियों को सम्मानजनक बोनस भुगतान को लेकर हड़ताल करने के मूड में हैं.
टकटकी लगाये बैठे थे बीएसएल सैकड़ों कर्मी
एनजेसीएस की बैठक बेनतीजा समाप्त होने पर बीएसएलकर्मियों को निराशा हाथ लगी है. अब दुर्गा पूजा में बोनस के भुगतान पर संशय उत्पन्न हो गया है. मंगलवार की बैठक की ओर कर्मी टकटकी लगाये बैठे थे. बैठक में बोकारो से इंटक के वीरेंद्र नाथ चौबे, एचएमएस के राजेंद्र सिंह, एटक के रामाश्रय प्रसाद सिंह आदि शामिल हुए. रामाश्रय प्रसाद सिंह ने बताया कि यूनियनों ने प्रबंधन के प्रस्ताव को नहीं माना.
राशि को लेकर प्रबंधन और यूनियनों में घंटों बनी रही जिच
बैठक पूर्वाह्न लगभग 11 बजे शुरू हुई, जो शाम साढ़े पांच समाप्त हुई. सेल प्रबंधन की तरफ से 26000 रुपये बोनस देने का प्रस्ताव आया, जबकि यूनियनों की तरफ से 52000 रुपये की मांग की गयी. दोनों पक्षों के बीच राशि के अंतर को लेकर देर तक जिच बनी रही. प्रबंधन की तरफ से कहा गया कि फॉर्मूला के आसपास ही रहेंगे. इससे ज्यादा पैसा देने की स्थिति नहीं है. यूनियन नेताओं ने इसका एक स्वर में विरोध किया. प्रबंधन पर दबाव बनाया कि 52000 रुपये पर सहमत हो जाये, लेकिन ऐसा हो नहीं सका.
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