फोटो-33 किसान महापंचायत मे मंच पर बैठे किसान नेता. फोटो-34- किसान महापंचायत में शामिल किसान. चौसा. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के शुभ अवसर पर चौसा के बनारपुर पंचायत भवन पर आयोजित विशाल किसान महापंचायत में हजारों किसानों ने भाग लिया. सर्वप्रथम महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के तेल चित्र पर बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह, भारतीय किसान युनियन के बिहार प्रभारी दिनेश कुमार, किसान महासंघ के कमलेश सिंह, राम प्रवेश सिंह यादव, मुखिया ममता देवी ने माल्यार्पण किया. और उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए सत्य, अहिंसा के रास्ते सत्याग्रह के मार्ग पर किसान आंदोलन को और तेज करने का संकल्प लिया गया. संयुक्त किसान मोर्चा, बिहार द्वारा बक्सर के बनारपुर पंचायत भवन परिसर में आयोजित किसान महापंचायत मे मौजूद हजारों किसानों ने प्रस्ताव पारित कर घोषणा किया कि जब तक एन एच 319ए का प्रस्तावित चौसा से बनारपुर होते हुए मोहनिया तक मौजूदा सड़क के एलाइनमेंट को बदलकर कर्मनाशा नदी के किनारे नहीं कर दिया जाता और मुआवजा राशि मौजूदा बाजार दर से चार गुना भुगतान नहीं हो जाता सड़क में काम नहीं शुरू होने देंगे. पारित प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि जिला प्रशासन के दबाव में एनएचआइ अधिकारियों ने गलत रिपोर्ट भेजी है कि मौजूदा सड़क का एलाइनमेंट किसानों की सहमति से तैयार की गई है, जबकि सच्चाई यह है कि इससे 5% भी किसान सहमत नहीं है. बैठक की अध्यक्षता किसान नेता लाल साहेब उपाध्याय ने की. मंच संचालन मजदूर नेता राम प्रवेश सिंह यादव ने किया. महापंचायत में भारत सरकार के ऊर्जा सचिव पंकज अग्रवाल से संयुक्त किसान मोर्चा के नेता अशोक प्रसाद सिंह, दिनेश कुमार, सुरेन्द्र सिंह और बक्सर सांसद सुधाकर सिंह के साथ हुई बैठक पर विस्तार चर्चा की गयी. बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बिहार प्रभारी दिनेश कुमार ने कहा कि बक्सर के भ्रष्ट और बर्बर पुलिस प्रशासन के खिलाफ पटना उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है कि उनके खिलाफ लंबित प्राथमिकी में विलंब नैसर्गिक न्याय के खिलाफ है. राज्य सरकार द्वारा अब तक प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ उसकी इस कांड में संलिप्तता दर्शाती है. उन्होंने ने कहा कि भारत सरकार के ऊर्जा सचिव ने नवीनगर थर्मल पावर के अनुरूप बकाए राशि का भुगतान का आदेश दिया है और इसके लिए अतिरिक्त 60 करोड़ रुपये का आवंटन भी भेज दिया है. फिर भी प्राथमिकता के आधार पर भुगतान शुरू नहीं हुआ है. किसान नेता अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि रेल कॉरिडोर के नाम पर बेमतलब किसानों की जमीन को बर्बाद करने की घोर निंदा करते हुए रेल कॉरिडोर के रूट को बदलने की मांग की. उन्होंने कहा कि वॉटर पाइपलाइन के नाम पर भी किसानों की जमीन बर्बाद नहीं करने दी जायेगी. इस संदर्भ में दिल्ली में हुई वार्ता का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ऊर्जा सचिव ने भी हमारी मांग से सहमति जताते हुए बिहार के राजस्व सचिव, ऊर्जा सचिव,स्थानीय सांसद और किसान प्रतिनिधि की संयुक्त बैठक कर उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया, राम प्रवेश सिंह ने कहा कि जबतक रोड का रूट नहीं बदलेगा और वर्तमान बाजार दर से चार गुणा मुआवजा का भुगतान नही होगा प्लांट को चालू करने नहीं देंगे. किसान महापंचायत को किसान नेता शैलेश राय, कृष्ण कांत तिवारी, नंदलाल सिंह, नंद कुमार राम, इसराईल खान, नरेंद्र तिवारी, जय मंगल पांडेय, सुरेंद्र सिंह, मुखिया ममता देवी, कमलेश सिंह, मुन्ना ठाकुर आदि ने भी संबोधित किया.
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