छपरा. आज से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो रहा है. मां दुर्गा की आराधना के लिए मंदिरों व पूजा पंडालों में विशेष तैयारियां की गयी है. वहीं घरों में भी कलश स्थापना को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल है. शहर के नारायण चौक स्थित दुर्गा मंदिर, भगवान बाजार दुर्गा मंदिर, गुदरी देवी मंदिर, मौना साढ़ा रोड दुर्गा मंदिर, काली बाड़ी समेत शहर के सभी देवी स्थानों पर पूजा अर्चना को लेकर विशेष तैयारियां की गयी हैं. वहीं तेलपा, गांधी चौक, सलेमपुर, पंकज सिनेमा रोड, नगरपालिका चौक, दर्शन नगर, कटरा, श्याम चौक स्थित पूजा पंडालों में भी कलश स्थापना की जायेगी. शुभ मुहूर्त में पूरे विधि-विधान से की गयी पूजा-अर्चना के साथ कलश की स्थापना लाभकारी होगी. इससे परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ेगी और साथ ही बीमारियां और कष्ट दूर होंगे. नवरात्रि के दौरान माता के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा करने का विधान है. नवमी के दिन कुंवारी कन्या की पूजन की परंपरा रही है.
गढ़देवी मंदिर की प्रासंगिकता श्रद्धालुओं को करती है आकर्षित
मढ़ौरा. सारण जिले में सांस्कृतिक व ऐतिहासिक दृष्टिकोण से मढ़ौरा अनुमंडल की प्रासंगिकता आज भी कायम है. नवरात्र में यहां के प्राचीन गढ़देवी मंदिर में माता के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. गढदेवी मंदिर की पौराणिकता अपने आप में मढ़ौरा की विशेषता लिए हुए हैं. इसके विषय में दो कथाएं जनमानस में बरकरार हैं. एक कथा पौराणिक आस्था लिए है. जिसके अनुसार दक्ष प्रजापति द्वारा शिव जी के अपमान से त्रस्त सती ने हवन कुंड में आत्मदाह कर लिया था. तब क्रुद्ध महादेव ने सती के अधजले शव को लेकर क्रोधित हो तांडव किया था. तब भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन से सती केअंगों को खंडित किया था. जहां-जहां अंग गिरे वहां वहां शक्तिपीठ बने. उस दौरान कुछ खून के छिटे मढ़ौरा में जिस जगह गिरे वहां गढदेवी जी की स्थापना हुई.दरियापुर व डेरनी थाने में हुई शांति समिति की बैठक
दरियापुर. दुर्गा पूजा कोलेकर स्थानीय व डेरनी थाने पर बुधवार को शांति समिति की बैठक आयोजित की गयी. दरियापुर थाने पर शांति समिति की अध्यक्षता करते हुए इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष कामेश्वर प्रसाद ने कहा कि दुर्गा पूजा शांति व आपसी भाईचारे के साथ बनाया जाए. कोई भी उपद्रवी तत्व शांति व्यस्था भंग करना चाहे तो तुरंत प्रशासन को इसकी सूचना दी जाए. उन्होंने कहा कि डीजे बजाने व अश्लील गीत नृत्य पर पूरी तरह से पाबंदी है.उन्होंने पूजा समितियों से अपील की कि अगर लाइसेंस नहीं ले पाए हैं तो जल्द थाने से संपर्क करें. उन्होंने उपस्थित जन प्रतिनिधियों से प्रशासन को सहयोग करने की अपील की. डेरनी में शांति समिति की अध्यक्षता करते थानाध्यक्ष ने कहा कि डीजे बजाने व अश्लील नृत्य तथा गीत पर पूर्णतः रोक है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है