नाला. अहले सुबह चार बजे रेडियो एवं टीवी पर या देवी सर्वभूतेषु संस्थिता गुंजने से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया. जानकारी हो कि महालया के अवसर पर वाणी कुमार की ओर से रचित पंडित वीरेंद्र कृष्ण भद्र की सुरीली आवाज में महिषासुरमर्दिनी रेडियो पर प्रसारित कार्यक्रम सुनने के लिए लोग उमड़ पड़े. लोगों ने अपने अपने घरों में चंडी पाठ सुना. महालया अमावस्या, जिसे सर्वपितृ अमावस्या, पितृ अमावस्या या पितृ मोक्ष अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू शास्त्र के अनुसार अपने पूर्वजों को सम्मान देने और उन्हें याद करने के लिए इस दिन को अत्यंत शुभ दिन माना जाता है. यह पवित्र दिन श्राद्ध या पितृ पक्ष के अंत का प्रतीक है.
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