आदित्यपुर. एम टाइप में पूजा पंडाल के उद्घाटन समारोह में जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह ने बताया कि वह दिल्ली में पढ़ाई की है. वहीं निशानेबाजी की प्रशिक्षण ले रही थी. उसने पिता दिग्विजय सिंह से कहा था कि वह दिल्ली के लिए खेलेगी, क्योंकि बिहार से प्रोत्साहन या नकद राशि नहीं मिलती है. खिलाड़ियों को बढ़ावा नहीं मिलता है. तब उनके पिता ने कहा था कि यदि मां-बाप गरीब हो जाते हैं, तो उन्हें छोड़ा नहीं जाता है. यह बात उसके मन में बैठ गयी और वह विगत 18 सालों से बिहार व देश का नाम रौशन कर रही है. वर्ष 2014 में राष्ट्रमंडल खेल निशानेबाजी (शूटिंग) की प्रतियोगिता में रजत पदक जीत करने वाली पहली महिला बनी थी. उनके पिता से जब बात हुई तो उन्होंने स्वर्ण पदक जीतने कहा. चार साल बाद अास्ट्रेलिया में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल में उसने स्वर्ण पदक जीत कर अपने पिता का सपना पूरा किया. वहां जब उससे पूछा गया कि वह भारत में कहा से है तो उसने गर्व से कहा था कि वह बिहार की बेटी है. वह बिहार व झारखंड को अलग नहीं मानती है.
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