12 वर्ष से कम उम्र के पीड़ित बच्चों को इलाज के लिए मिलेंगे 15 लाख संवाददाता, पटना थैलेसीमिया पीड़ित गरीब बच्चों का इलाज मुफ्त होगा. मुख्यमंत्री बाल थैलेसीमिया योजना के तहत 15 लाख रुपये तक का सरकार मुफ्त इलाज करायेगी. पटना स्थित ऊर्जा ऑडिटोरियम में शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की मौजूदगी में थैलेसीमिया पीड़ित 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के स्थायी इलाज के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार और क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) वेल्लोर के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमसी हॉस्पिटल वेल्लोर को तीन करोड़ का चेक इलाज के लिए प्रदान किया. साथ ही सेहत और आरोग्य की जानकारी (साज) नाम से एप लांच किया. मौके पर मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत प्रत्येक थैलेसीमिया (12 वर्ष से कम उम्र के योग्य बच्चों) मरीज को मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से 15 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जायेगा. बिहार में थैलेसीमिया के पंजीकृत रोगियों की संख्या 2 हजार 716 है. श्री पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच है कि हर गरीब को उचित स्वास्थ्य लाभ बिना किसी भेदभाव मिले. मरीजों को हवाई जहाज से किया रवाना स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि थैलेसीमिया के 13 बच्चों और 13 डोनर्स एवं 26 अभिभावकों के साथ बोन मेरो ट्रांसप्लांट के लिए सीएमसी हॉस्पिटल वेल्लोर के लिए वायुयान से रवाना हो रहे हैं. इन बच्चों के इलाज, डोनर्स और उनके अभिभावकों की यात्रा रहने और खाने की व्यवस्था भी सरकार नि:शुल्क करायेगी. सीएमसी से एमओयू साइन करने वाला बिहार पहला राज्य: प्रत्यय अमृत माैके पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि सीएमसी वेल्लोर के साथ एमओयू साइन करने वाला बिहार देश में पहला राज्य है. सीएमसी वेल्लोर के निदेशक डॉ विक्रम मैथ्यूज ने कहा कि इस कार्य में बिहार के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री का योगदान बहुत सराहनीय है. मौके पर संजय कुमार सिंह, सचिव, सुहर्ष भगत, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, धर्मेंद्र कुमार, प्रबंध निदेशक, बीएमएसआइसीएल, प्रतिभा रानी, परियोजना निदेशक, बिहार एड्स कंट्रोल सोसायटी, शशांक शेखर सिन्हा, विशेष सचिव, प्रोफेसर एबी अब्राहम आदि मौजूद थे.
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