कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को लेकर नये-नये खुलासे हो रहे हैं. अब यहां ड्रग्स गिरोह के भी सक्रिय होने की बात सामने आयी है. गिरोह द्वारा आरजी कर के स्टूडेंट्स को ड्रग्स की सप्लाई की जाती है. बता दें कि आरजी कर में थ्रेट कल्चर की जांच के लिए सात सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया गया था. इस कमेटी ने ही अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि यहां ड्रग्स गिरोह भी सक्रिय है. पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी छात्रों एवं कुछ जूनियर डॉक्टरों की मदद से ड्रग्स का धंधा चलाया जा रहा था. समिति ने अपनी रिपोर्ट में यह भी दावा किया कि आरजी कर में कई मेडिकल स्टूडेंट्स यौन शोषण का शिकार हो चुके हैं. कमेटी ने नशीली दवाओं के कारोबार, यौन शोषण करने वाले 10 चिकित्सकों, इंटर्न एवं छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है. इनमें चार जूनियर डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन भी रद्द हो सकते हैं. बता दें कि आरजी कर की घटना के बाद 59 जूनियर डॉक्टरों, इंटर्न एवं छात्रों पर थ्रेट कल्चर फैलाने का आरोप लगा था. इस मामले के लिए उक्त जांच कमेटी का गठन किया था. तीन चरण की सुनवाई के बाद शनिवार को कॉलेज काउंसिल की अनुमति से जांच कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गयी. रिपोर्ट के मुताबिक, संदीप घोष की मदद से कॉलेज में नशीली दवाओं का कारोबार चल रहा था. जूनियर्स को ड्रग्स और शराब खरीदने के लिए मजबूर किया जाता था. ही कई महिला जूनियर डॉक्टरों और छात्राओं से यौन शोषण का भी आरोप है. मामले में करीब 80 छात्रों की गवाही ली गयी है. इन गंभीर आरोपों में संदीप घोष के रिश्तेदार भी शामिल हैं. आरोपियों की सूची में शामिल आशीष पांडे को पहले ही सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, जांच कमेटी ने अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जरूरी जानकारी सीबीआइ को सौंप दी है. सूत्रों के मुताबिक, छह जूनियर डॉक्टर ड्रग्स गिरोह से जुड़े हैं और सभी पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी बताये जा रहे हैं. संदीप के ही दो अन्य करीबी डॉक्टर यौन शोषण में शामिल हैं.
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