UP News: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में एक दलित व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आरोप है कि मृतक रामलीला देखने गया था, जहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे कुर्सी पर बैठने को लेकर अपमानित किया. इस घटना से आहत होकर उसने अपनी जान दे दी. मृतक के परिजनों ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है, और अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
घटना कासगंज के कोतवाली (Kotwali of Kasganj) सोरों क्षेत्र के सलेमपुर वीवी गांव की है. मृतक की पत्नी ने बताया कि रामलीला के दौरान कुर्सी पर बैठने को लेकर पुलिसकर्मियों ने उसके पति के साथ मारपीट की और उसे बेइज्जत किया. इस अपमान से आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली. पत्नी ने थाने में पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, और मामले की छानबीन की जा रही है.
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मृतक रमेश चंद के दामाद मनोज कुमार ने बताया कि रमेश चंद रात 9:00 बजे रामलीला देखने गए थे. वहां कुर्सियों पर बैठे थे, तभी हेड कांस्टेबल बहादुर सिंह और सिपाही विक्रम सिंह आए और उन्हें खींचकर ले गए. उन्होंने मारपीट और गाली-गलौज की, जिससे रमेश चंद को गहरी ठेस पहुंची. घर लौटने पर उन्होंने रोते हुए यह घटना बताई और फिर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
इस घटना पर कासगंज के एएसपी राजेश कुमार भारती ने बताया कि रामलीला के मंचन के दौरान रमेश चंद नशे की हालत में मंच पर बैठे थे. आयोजकों और दर्शकों के कहने पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहां से हटा दिया और वह घर लौट गए. अगले दिन उनकी आत्महत्या की सूचना मिली. पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
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