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फाइल- 12- घर से एक किलोमीटर दूर मिला किसान नेता अशोक तिवारी का शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंकाबनारपुर शिवालय के पास पंडाल से रात नौ बजे के बाद अचानक हुए गायब, तरह तरह की हो रही चर्चाएं बोले डीएसपी: जुटाया जा रहा साक्ष्य, दोषी जो भी है बख्सा नहीं जायेगा

10 अक्टूबर- फोटो- 19- घटनास्थल के पास लगी ग्रामीणों की भीड़

10 अक्टूबर- फोटो- 20- मृतक की फ़ाइल फ़ोटो

10 अक्टूबर- फोटो- 21- घर के बाहर जुटे लोगचौसा. प्रखंड क्षेत्र

10 अक्टूबर- फोटो- 19- घटनास्थल के पास लगी ग्रामीणों की भीड़

10 अक्टूबर- फोटो- 20- मृतक की फ़ाइल फ़ोटो

10 अक्टूबर- फोटो- 21- घर के बाहर जुटे लोगचौसा. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत राजपुर थाना क्षेत्र के सिकरौल गांव के समीप बनारपुर निवासी किसान नेता का संदिग्ध अवस्था में शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई. किसान नेता के शव मिलने की सूचना पर बनारपुर के आसपास के लोगों की काफी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई. और मृतक की पहचान अशोक तिवारी (48), पिता स्व. राम बच्चन तिवारी के रूप में हुई है. जो प्रभावित किसान मजदूर यूनियन के संयोजक भी थे. मृतक के परिजनों ने उनके दो सहयोगी पर हत्या का आरोप लगाया है. इनका कहना है कि दो लोग हमेशा इनके साथ रहते थे. घटना की सूचना पर राजपुर थाना और मुफ्फसिल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. मौके पर एफएसएल की टीम भी पहुंच कर सैंपल इकट्ठा कर ले गई. बक्सर सदर के डीएसपी धीरज कुमार आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया गया. ग्रामीण मौके पर एसपी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. लोगों ने कहा था कि जब तक एसएसपी नहीं आएंगे, तब तक यहां से शव उठाने नहीं देंगे. आक्रोशित लोगों ने चौसा मोहनिया स्टेट हाइवे को जाम कर दिया. जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई. प्रशासन के काफी समझाने के बाद ग्रामीण माने और शव को बनारपुर लाया गया जहाँ से पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु बक्सर ले जाया गया.घटना के संबंधित प्राप्त जानकारी के तहत बताया जा रहा है कि गांव में शिवालय के पास दुर्गा की प्रतिमा रखी गई है. बुधवार की रात नौ बजे तक खीर का प्रसाद सभी को बांटा जा रहा था जहां पर किसान नेता अशोक तिवारी भी मौजूद थे. नौ बजे के बाद वे अचानक गायब हो गए. पंडाल में मौजूद लोग समझे कि वे घर चले गए उधर घर वाले समझे कि वो पंडाल में होगें. और गुरूवार की सुबह अपने घर से एक किलोमीटर दूर सिकरौल गांव में जाने वाले रास्ते के पास पानी भरे खेत में मुंह के बल गिरे मिले. सिकरौल गांव के लोग जब गुरुवार की अहले सुबह खेतों की तरफ जा रहे थे तो देखा कि एक शव पानी में पड़ा हुआ है. इसकी सूचना आसपास के लोगों को दी. मृतक के इकलौते बेटे हिमांशु कुमार ने बताया कि सुबह में पिता का शव मिलने की सूचना मिली है. सिकरौल गांव के दो लोगों पर पिता की हत्या करने का आरोप लगाया है. मृतक के सामाजिक कार्यकर्ता होने के कारण मौके पर दर्जन भर गांवों के लोगों की भीड़ इक्ट्ठा हो गई. और मौके पर एसपी को बुलाने पर अड़े गए. और चौसा-मोहनियां हाईवे को जाम कर दिया. मौके पर मौजूद डीएसपी के काफी समझाने बुझाने और इस घटना की निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद शव को बनारपुर लाया गया जहाँ पुलिस शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम हेतु बक्सर भेंज दिया. इधर किसान नेता की संदिग्ध मौत की खबर से पुरा बनारपुर गांव शोक में है. उधर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. इस घटना को लेकर गांव वालों में तरह तरह की चर्चाएं भी होती रही. राजपुर थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक रात्रि पहर सिकरौल के संजय राय उर्फ गुड्डू राय के महाराजा ईंट-भट्टे पर गए थे जहाँ कोई पार्टी थी. पार्टी समाप्ति के बाद गुड्डू राय द्वारा उन्हें किसी को घर छोड़ने को कहा था. सुबह जानकारी मिली कि इस तरह की घटना हो गई.मौके पर मौजूद सदर डीएसपी धीरज कुमार ने कहा कि साक्ष्य जुटाया जा रहा है. शरीर पर कुछ निशान मिले है. शव को देखने से प्रतीत होता है कि उनके साथ मारपीट भी की गई है. शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए बक्सर भेंज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि उनकी मौत किन परिस्थितियों में हुई है. पुलिस इस घटना में पूरी तरह से जांच में जुटी हुई है. पंडाल और मेन रोड के आसपास के सीसीटीवी कैमरों का फुटेज भी निकाला जा रहा है. इस घटना में दोषी जो भी होगा उसका पता लगा लिया जाएगा.

आखिर कौन लोग थे जो रात्रि में अपने साथ ले गए थे किसान नेता को

प्रखंड क्षेत्र के सिकरौल गांव को जाने वाली लिंक रोड के किनारे पानी से लबालब खेत में गुरुवार की अहले सुबह किसान नेता का संदिग्ध शव बरामद होना. कई तरह के सवाल खड़ा कर दिया है. सवाल यह है कि गांव के शिवालय के पास रखी मां दुर्गा की प्रतिमा के पास बुधवार को नौ बजे रात्रि तक सभी को प्रसाद बांटते हुए और अचानक किसान नेता गायब हो जाते है. अगली सुबह खेत में शव मिलती है. आखिर कौन लोग थे जो किसान नेता को रात्रि में पूजा पंडाल के पास से अपने साथ ले गए! यह राज उनके साथ ही कहीं दफन तो नहीं हो जायेगा! हालांकि, पूजा पंडाल के पास और मेन रोड आदि जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज को परिजनों के द्वारा खंगाला जा रहा है. किसान की हुई मौत का कारणों का खुलासा पुलिस प्रशासन के लिए काफी चुनौती भरा हो सकता है. फिलहाल पुलिस हरेक बिंदुओं पर बारीकी से जांच में जुटी हुई है. साक्ष्य जुटाने में लगी है.

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