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Jharkhand Assembly Election: झारखंड गठन के बाद JMM के प्रदर्शन में लगातार हुआ सुधार, जानें अन्य दलों का हाल

Jharkhand Assembly Election: साल 2005 में झारखंड गठन के बाद पहली बार मतदान हुआ. जिसमें बीजेपी 30 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी. जबकि झामुमो 17 सीट जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी.

Jharkhand Assembly Election, रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और झामुमो के बीच ही होता रहा है. इस बार भी ऐसा ही होने की उम्मीद है. लेकिन अगर हम राज्य के गठन के बाद के आंकड़ों पर नजर डालें तो झामुमो का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी ने हर विधानसभा में अपनी सीटों की संख्या बढ़ायी है. वहीं, बीजेपी का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव भरा रहा है.

साल 2005 में बीजेपी बनी थी सबसे बड़ी पार्टी

साल 2005 में झारखंड गठन के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हुआ. जिसमें बीजेपी 30 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी. उनका मत प्रतिशत 23.6 प्रतिशत था. जबकि झामुमो 17 सीट लाकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी. उनका वोटिंग पर्सेंटेज 14.3 फीसदी था. तीसरे नंबर पर कांग्रेस थी जिन्होंने 9 सीटें जीतीं थीं. उनका वोट प्रतिशत 12 फीसदी था. चौथे स्थान पर राजद था. उनका मत प्रतिशत 8.5 था.

वर्ष 2009 में बीजेपी और झामुमो को 18-18 सीटें मिली थीं

साल 2009 में बीजेपी और झामुमो 18-18 सीट लाकर संयुक्त रूप से सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. लेकिन वोट प्रतिशत बीजेपी का अधिक था. उन्हें 20.1 फीसदी वोट मिला तो झामुमो को 15.1 प्रतिशत वोट मिला. दूसरे स्थान पर इस चुनाव कांग्रेस थी. उन्हें 14 सीटें हासिल हुई थी. जबकि उनका वोट प्रतिशत 16 था. इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने बीजेपी से अलग होकर अपनी पार्टी बनायी. उनकी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा यानी कि झाविमो इस चुनाव में पहली बार चुनाव लड़ी और 11 सीटें जीती. उन्हें 9.1 फीसदी वोट हासिल हुआ था.

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साल 2014 में बीजेपी और आजसू ने गठबंधन में चुनाव लड़ा

साल 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और आजसू ने गठबंधन में चुनाव लड़ा और दोनों ने मिलकर 42 सीट जीत ली. राज्य में पहली बार किसी पार्टी या गठबंधन को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ था. इस चुनाव में बीजेपी को जहां 37 सीटें मिली थी तो वहीं आजसू को 5 सीटें. बीजेपी का वोट प्रतिशत जहां 31.8 फीसदी था तो वहीं आजसू का 3.7 प्रतिशत था. झामुमो इस चुनाव में 19 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी. बाबूलाल मरांडी की पार्टी झाविमो ने 8 सीटें जीती तो कांग्रेस ने 6 सीटें जीतीं. झाविमो का वोट प्रतिशत जहां 10.2 था तो कांग्रेस का 10.6 था.

साल 2019 में झामुमो 30 सीट लाकर सबसे बड़ी पार्टी बनीं

साल 2019 के चुनाव में झामुमो, कांग्रेस और राजद ने गठबंधन में चुनाव लड़ा और तीनों मिलकर 47 सीटें जीत ली. झामुमो 30 सीट लाकर सबसे बड़ी पार्टी बनी तो बीजेपी 25 सीट जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी. कांग्रेस ने इस चुनाव में 16 जीतकर अपने इतिहास का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था. इससे पहले साल 2009 में उन्होंने 14 सीटें जीती थी. राजद को इस चुनाव सिर्फ 1 सीट मिली थी. जबकि आजसू 2 और झाविमो को 3 सीटें मिली थी. हालांकि वोट प्रतिशत बीजेपी का ही था. उन्हें 33.37 फीसदी वोट मिला था तो झामुमो को 18.72 फीसदी वोट मिला था. कांग्रेस को 13.88 फीसदी वोट हासिल हुआ था.

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