दाउदनगर. मंगलवार को अंचल कार्यालय के अभिलेखागार का प्रांगण हंगामे की भेंट चढ़ गया. किसी बात को लेकर अंचलकर्मियों व कुछ लोगों के बीच जमकर बहस हुई. तू-तू, मैं-मैं हुआ. सूत्रों से पता चला कि सीओ और कुछ ग्रामीणों के बीच भी जमकर बहस हुई. कुछ देर तक अभिलेखागार कार्यालय के बाहर अफरा-तफरी की स्थिति रही. सीओ एवं कर्मी गेट के अंदर थे और गेट बंद था. बाहर में गेट के दूसरी ओर हंगामा करने वाले लोग थे. हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि यह हल्ला- हंगामा किन कारणों से हुआ.सिर्फ इतना पता चला कि अभिलेखागार कार्यालय का गेट अंदर से बंद था और अंदर में कर्मी काम कर रहे थे. इसी दौरान किसी कर्मी को खोजते हुए कुछ लोग पहुंचे थे .इस दौरान जमकर हल्ला-हंगामा हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों तरफ से गाली-गलौज हुई. चर्चा के अनुसार सीओ पर भी गाली-गलौज करने का आरोप लग रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है. घटना की सूचना मिलते ही सब इंस्पेक्टर श्वेता सिंह व मदन कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम पहुंची और जांच पड़ताल की. एसडीओ मनोज कुमार ने भी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और सीओ को प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया. इसके बाद राजस्व कर्मचारी अनिल कुजूर द्वारा दो नामजद और एक अज्ञात व्यक्ति को आरोपित बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. नामजद आरोपितों में रघु बिगहा गांव के अनिल पटेल और अंकित पटेल शामिल हैं.
हो रहा था परिमार्जन से संबंधित कार्य
राजस्व कर्मचारी अनिल कुजुर द्वारा दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि डाटा सेंटर अभिलेखागार में परिमार्जन संबंधित सरकारी कार्यों का निबटारा मंगलवार की दोपहर 12:15 बजे उनके द्वारा किया जा रहा था. तभी, आरोपित अभिलेखागार के मेन गेट को जोर-जोर से हिलाने लगे. अभिलेखागार में पब्लिक का आना निषेध है. उन लोगों को आधा-एक घंटा के बाद मिलने की बात कही गई, लेकिन उन लोगों ने द्वारा उनकी बात नहीं सुनी गयी. 20-25 लोगों की भीड़ इकट्ठा कर लिए और बार-बार कह रहे थे कि ताला खोलो नहीं तो तोड़ दूंगा . जोर-जोर से गेट को हिला रहे थे. जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने, गाली गलौज करने, धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है. प्राथमिकी के साथ-साथ फोटो और वीडियो क्लिप भी पुलिस को उपलब्ध कराया गया है.
कर्मचारी को खोज रहे थे लड़के
एक प्रत्यक्षदर्शी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह अपने काम से अंचल कार्यालय आये थे. उन्होंने देखा कि तीन-चार लड़के किसी कर्मचारी को खोजते-खोजते अभिलेखागार के पास पहुंचे और किसी कर्मचारी से कहा कि आप इधर हैं, उधर, बाहर जनता खोजते-खोजते परेशान है. इसी बात पर कर्मचारी की ओर से अपशब्द बोलने की आवाज आयी.
सीओ ने आरोपों को बताया गलत
सीओ शैलेंद्र कुमार यादव ने गाली देने के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही है. यह पूरी तरह गलत व निराधार है. अभिलेखागार के अंदर किसी भी व्यक्ति का आना-जाना प्रतिबंधित है. ग्रामीण कर्मचारियों से क्षेत्र में मिल सकते हैं. डाटा सेंटर में अंदर नहीं आ सकते हैं. डाटा सेंटर में परिमार्जन प्लस का कार्य हो रहा है. डीएम द्वारा भीसी में दिये गये निर्देश के अनुसार कैंप मोड में परिमार्जन प्लस का कार्य किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है