सुभाष वैद्य, बांका
नीति फाॅर स्टेट्स की माॅनिटरिंग टीम का बांका डीएम अंशुल कुमार अहम हिस्सा बनाये गये हैं. टीम में देशभर के 10 डीएम को सम्मिलित किया गया है, इसमें बांका के अतिरिक्त गया, सीतामढ़ी, बेगूसराय सहित बिहार के पांच डीएम शामिल हैं. नीति फाॅर स्टेट्स (एनएफएस) पोर्टल एक डिजिटल प्लेटफार्म है. इस पोर्टल पर देश के सभी जिलों का डाटा संग्रहित रहेगा. यह एक तरह से डिजिटल हब के रूप में काम करेगा. माॅनिटरिंग कमेटी में शामिल डीएम डाटा की माॅनिटरिंग करेंगे. मसलन, डाटा का तुलनात्मक अध्ययन भी करेंगे. इतना ही नहीं देश भर का डाटा एक जगह एकत्रित होने के बाद इसका इम्प्लीमेंटेशन अन्य जिलों में कैसे संभव हो, इसपर भी अपना पक्ष और प्रस्ताव रखेंगे. विभागीय जानकारी के मुताबिक, एनएफएस पोर्टल पर जिला, प्रखंड व पंचायत स्तर पर संचालित सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी डाटा यानी आंकड़े के रूप में मौजूद रहेंगे. नये इनोवेटिव कार्यक्रम भी यहां देखा जा सकेगा. कौन सा जिला किस क्षेत्र में बेहतर कर रहा है, उसपर विशेष नजर रखी जायेगी. कहां नया इनोवेटिव प्रयोग किये जा रहे हैं और उन कार्यों कैसे अन्य जिलों में भी लागू किया जा सकता है, इसपर भी उचित सुझाव प्रस्तुत करेंगे.10 डीएम का एक ग्रुप हुआ क्रिएट
माॅनिटरिंग कमेटी के लिए बांका डीएम सहित देशभर के चुनिंदा जिलाधिकारियों का एक ग्रुप क्रिएट किया गया है. यह ग्रुप एनएफसी पोर्टल पर अपनी नजर बनाये रखेंगे. प्रशासनिक जानकारी के मुताबिक, बीते दिनों इस संदर्भ में नीति आयोग के सीओ व आयोग के फेलो ने माॅनिटरिंग टीम के साथ वीसी के माध्यम से एक बैठक की और इसकी विस्तृत जानकारी दी. बताया गया कि हाल ही में इस डिजिटल प्लेटफार्म का निर्माण किया गया है. इसमें राज्य सरकारों के बेस्ट कार्यक्रम शामिल होगा. इसके अलावा जिले की उपलब्धियों का अध्ययन भी कर सकेंगे. अधिकारियों के मुताबिक, केंद्र इन अध्ययनों की मदद से जिलों में आवश्यक जरूरतों के मुताबिक उचित कदम उठाये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है