कोलकाता.
पिछले कई दिनों से सात जूनियर मेडिकल छात्र धर्मतला में डोरिना क्रॉसिंग पर भूख हड़ताल पर बैठे हैं. उनकी शारीरिक स्थिति बिगड़ती जा रही है. इनमें बीमार हुए दो-तीन जूनियर डॉक्टरों को पहले ही आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की आइसीयू में भर्ती कराया जा चुका है. इस बीच, 10 सूत्रीय मांगों पर आंदोलन कर रहे इन डॉक्टरों से हेडमास्टरों के संगठन, ‘एडवांस्ड सोसाइटी फॉर हेडमास्टर्स एंड हेडमिस्ट्रेस (एएसएफएचएम) के सदस्यों ने मुलाकात की. संगठन के महासचिव डॉ चंदन माइति ने कहा कि आरजी कर की घटना शर्मनाक है. इसे लेकर जूनियर डॉक्टरों के साथ आम लोगों का भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है. संगठन की ओर से कई जिलों के हेडमास्टरों ने धर्मतला में जूनियर डॉक्टरों से मुलाकात की और भूख हड़ताल वापस लेने की अपील की. उनका कहना है कि हम मुख्यमंत्री से अपील करते हैं कि जूनियर डॉक्टरों की समस्या के समाधान के लिए तत्काल ईमानदारी से आगे आयें और निर्णय लें, अन्यथा समस्या और गहरी हो जायेगी. यहां आये प्रतिनिधिमंडल में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ हरिदास घटक, जिला संयोजक अल्ताफ शेख, प्रदेश कोषाध्यक्ष सायंतन दास, प्रदेश उपाध्यक्ष विराट बनर्जी, संयुक्त महासचिव डाॅ गोपाल दत्त, अजीजुल हक व शेफाली सरकार भी शामिल रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है