26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

साल 1998 से कोडरमा विधानसभा से महिला उम्मीदवार ही जीतती रही है चुनाव, इस घटना के बाद बदली राजनीति

Jharkhand Assembly Election 2024: 1998 में तत्कालीन विधायक रमेश प्रसाद यादव के निधन के बाद उनकी पत्नी अन्नपूर्णा देवी पहली बार विधायक बनीं. इसके बाद से अब तक हुए चुनावों में इस सीट से महिलाएं ही विधायक बनी हैं.

कोडरमा: झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछ चुकी है. एक बार फिर विधायक बनने को लेकर जोर आजमाइश शुरू हो गयी है. वहीं, कोडरमा विधानसभा चुनाव के इतिहास को देखें, तो आधी आबादी की भागीदारी को लेकर अलग-अलग तस्वीर दिखती है. एक समय था जब 90 के दशक से पूर्व कोडरमा में हुए नौ आम चुनावों में एक भी महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरी थीं. वहीं, वर्ष 1998 में अचानक बदले राजनीतिक घटनाक्रम ने यहां आधी आबादी का ही कब्जा जमवा दिया.

1998 के बाद पहली बार अन्नपूर्णा देवी बनीं विधायक

1998 में तत्कालीन विधायक रमेश प्रसाद यादव के निधन के बाद उनकी पत्नी अन्नपूर्णा देवी पहली बार विधायक बनीं. इसके बाद से अब तक हुए चुनावों में इस सीट से महिलाएं ही विधायक बनी हैं. 1998 से लेकर 2014 तक अन्नपूर्णा देवी लगातार राजद के टिकट पर विधायक निर्वाचित होती रहीं. 2014 में हुए चुनाव में भाजपा की डॉ नीरा यादव ने अन्नपूर्णा को पराजित कर दिया. 2019 में भी डॉ नीरा ने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की.

Also Read: NDA में हो गया सीटों का बंटवारा, भाजपा-68, आजसू 10, जदयू 2 और लोजपा 1 सीट पर लड़ेगी चुनाव

1990 में पहली महिला उम्मीदवार थीं गुनिया देवी

कोडरमा में 1952 से लगातार हुए नौ आम चुनावों में एक भी महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरी थीं. पहली बार 1990 में महिला उम्मीदवार के रूप में गुनिया देवी ने भाग्य आजमाया, पर उन्हें सिर्फ 627 मत मिला था. उस समय जनता दल के रमेश प्रसाद यादव विधायक चुने गये थे. इस चुनाव के बाद 1995 में किसी महिला ने उम्मीदवारी नहीं की.

सहानुभूति लहर में जीत गयी थी अन्नपूर्णा देवी

वहीं, 1998 में रमेश प्रसाद यादव के निधन के बाद हुए उप चुनाव में उनकी पत्नी अन्नपूर्णा देवी मैदान में आयीं और सहानुभूति लहर में जीत हासिल कर ली. वर्ष 2000 में भी अन्नपूर्णा को छोड़ कर कोई महिला उम्मीदवार नहीं थी, जबकि 2005 में अन्नपूर्णा देवी के अलावा भाजपा से लालसा सिंह व लोजपा से पूनम सिंह ने भाग्य आजमाया, पर सफलता नहीं मिली. उस समय लालसा सिंह को 19805 व पूनम सिंह को 1719 मत मिले थे.

2014 में नीरा देवी ने हासिल की जीत

2009 में भी अन्नपूर्णा को छोड़ कोई महिला उम्मीदवार सामने नहीं आयी. जबकि, 2014 में भाजपा ने डॉ नीरा यादव को उम्मीदवार बनाया और वह जीत हासिल करने में सफल रहीं. 2019 में दो महिला उम्मीदवार भाजपा से डॉ नीरा यादव व आजसू से शालिनी गुप्ता मैदान में थीं. इसमें डॉ नीरा 63636 मत लाकर फिर विजेता बनीं, जबकि शालिनी गुप्ता 44989 मत लाकर तीसरे स्थान पर रहीं. वर्तमान में अन्नपूर्णा देवी भाजपा से सांसद निर्वाचित होकर केंद्रीय मंत्री हैं.

Also Read: Jharkhand Election 2024: IPS की नौकरी छोड़ राजनीति में आए, सिसई से 4 बार के विधायक रहे, नहीं तोड़ पाया कोई रिकॉर्ड

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें