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कार्य में लापरवाही को लेकर आधा दर्जन सहायिकाएं सेवामुक्त

जिले के विभिन्न बाल विकास परियोजनाओं में सहायिका के पद पर कार्यरत आधा दर्जन सहायिकाओं को सरकारी कार्य के प्रति घोर लापरवाही देखते हुए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस मोइन शबनम द्वारा सेवा मुक्त कर दिया गया है

भभुआ. जिले के विभिन्न बाल विकास परियोजनाओं में सहायिका के पद पर कार्यरत आधा दर्जन सहायिकाओं को सरकारी कार्य के प्रति घोर लापरवाही देखते हुए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस मोइन शबनम द्वारा सेवा मुक्त कर दिया गया है. ये सभी सहायिकाएं लंबे समय से ड्यूटी से अनुपस्थित पायी गयी थी. साथ ही इस संबंध में स्पष्टीकरण पूछे जाने के बावजूद इनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया था. जानकारी के अनुसार, चांद प्रखंड की पंचायत शिवरामपुर में आंगनबाड़ी केंद्र पतेरी तीन की सहायिका किरण देवी बिना सूचना के मार्च 2024 से केंद्र से अनुपस्थित चल रही थी और स्पष्टीकरण का जवाब भी इनके द्वारा नहीं दिया गया. इसके बाद अब किरण देवी को सहायिका पद से चयन मुक्त कर दिया गया है. इसी तरह नुआंव प्रखंड की ग्राम पंचायत एवंती आंगनबाड़ी केंद्र एवंती चार की सहायिका अंतिमा देवी अक्तूबर 2022 से ही केंद्र से अनुपस्थित चल रही थी. इनके द्वारा भी पूछे गये स्पष्टीकरण का कोई जवाब नहीं दिया गया. इसके बाद सहायिका अंतिमा देवी को भी चयन मुक्त कर दिया गया है. इसी तरह नुआंव प्रखंड के ही आंगनबाड़ी केंद्र संख्या पंजराव तीन में सहायिका पद पर कार्यरत धर्मशीला देवी को भी सरकारी कार्य में घोर लापरवाही बरतने के मामले में चयन मुक्त कर दिया गया है. इसी तरह दुर्गावती प्रखंड के कल्याणपुर पंचायत आंगनबाड़ी केंद्र कल्याणपुर एक सहायिका मीना देवी भी अगस्त 2022 से ही केंद्र से अनुपस्थित चल रही थी. इनके द्वारा भी पूछे गये स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिया गया. इसके बाद मीना देवी को भी चयन मुक्त कर दिया गया है. यही नहीं दुर्गावती प्रखंड के ही डुमरी आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका को भी कार्य के प्रति घोर लापरवाही, मनमानेपन के कारण चयन मुक्त कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार, इन सेविकाओं के साथ ही रामपुर प्रखंड के लेवाबांध आंगनबाड़ी केंद्र पर कार्यरत सहायिका अशरफी देवी की भी सेवा सरकारी कार्य में घोर लापरवाही बरतने के कारण समाप्त कर दी गयी है. इधर, इस संबंध में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस मोइन शबनम से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न बाल विकास परियोजनाओं में कार्यरत आधा दर्जन सेविकाओं को संबंधित वाल विकास परियोजना पदाधिकारी की अनुशंसा के बाद सरकारी कार्य में लापरवाही, मनमानपन, स्वेच्छाचारिता तथा स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिये जाने के कारण सेवा से मुक्त कर दिया गया है.

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