बोकारो, बीएसएल प्रबंधन ने अपने सारी शक्तियों का प्रयोग करते हुए हड़ताल पर रोक लगा दी है. हम अंत तक लड़े. अब चूंकि जिला प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दी जा रही है, तो हड़ताल नहीं की जायेगी. शुक्रवार की रात लगभग आठ बजे बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ (बीएकेएस) अध्यक्ष हरिओम ने इन्हीं शब्दों के साथ हड़ताल वापस लेने की घोषणा की. अब बीएसएल में 19 अक्तूबर को हड़ताल नहीं होगी. कारण, प्रशासन ने हड़ताल पर रोक लगा दी है. बोनस, एरियर सहित अन्य मांग को लेकर हड़ताल आहूत थी. बीएकेएस ने हड़ताल का नोटिस दिया था. झारखंड में आचार संहिता लागू होने की वजह से हड़ताल पर रोक लगा दी गयी है. हरिओम ने कहा कि कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा. आचार संहिता हटने के बाद आंदोलन जारी रहेगा. इससे पहले हड़ताल को लेकर त्रिपक्षीय वार्ता असफल रही. हरिओम ने कहा कि सेल प्रबंधन द्वारा बोनस, वेज रीविजन, एरियर, कर्मचारियों के ट्रांसफर व यूनियन चुनाव पर मनमाना रवैया अपनाने पर बीएसएल कर्मी काफी आक्रोशित हैं. हरिओम ने कहा कि कर्मियों ने खुद का यूनियन बना कर अलग-अलग मुद्दों पर 200 से अधिक पत्र प्रधानमंत्री, इस्पात मंत्री, श्रम मंत्री को लिखा. कहीं से भी न्याय नहीं मिलने पर अंत में हड़ताल करने का निर्णय लिया. वार्ता में सेल प्रबंधन की तरफ से सीजीएम हरिमोहन झा, जीएम प्रभाकर व आरिफ हुसैन शामिल थे. वहीं, यूनियन के तरफ से अध्यक्ष हरिओम, महासचिव दिलीप कुमार अन्य लोग थे. मीटिंग विफल होने के बाद यूनियन पदाधिकारी को अचानक प्रशासन की ओर से सूचित किया गया कि आप हड़ताल नहीं कर सकते हैं. आचार संहिता लागू है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है