जिलाा स्कूल परिसर से सुसज्जित होकर हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाली गयी. इसमें सबसे आगे बाइक पर सवार 2000 से अधिक युवक, महिलाएं धर्मो रक्षति रक्षित: लिखा भगवा पताका, तरह-तरह के गाजे-बाजे, फिर लग्जरी गाड़ी के ऊपर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, स्वामी दीपांकर शहरवासियों का अभिवादन करते हुए चल रहे थे. फिर महिलाओं की लंबी कतार नृत्य करते हुए और डांडिया खेलते हुए चल रहीं थीं. यात्रा का काफिला करीब एक किलोमीटर लंबा रहा. सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल काफिला के आगे व पीछे मुस्तैद रहे.शहरी क्षेत्र में शोभायात्रा जिला स्कूल से निकलकर खरमनचक, खलीफाबाग चौक, मुख्य बाजार, स्टेशन चौक, लोहिया पुल, पटल बाबू रोड, घंटाघर चौक, कचहरी व तिलकामांझी चौक होते हुए जवारीपुर स्थित वृंदावन भवन पहुंची. इस दौरान शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत हुआ, कहीं गुलाल उड़ाकर तो कहीं फूल बरसा कर स्वागत किया गया.
सजी थी भारत माता, वीर शिवाजी, भगवान श्रीराम दरबार, भगवान शिव व ऋषि-मुनि की झांकी
शोभायात्रा में वीर शिवाजी को तलवार के साथ, तो भगवान शिव, भगवान श्रीराम दरबार व ऋषि-मुनि की झांकी सजायी गयी थी. एक रथ पर भारत माता की भी झांकी थी. शंखनाद, डमरू व झाल-करताल की ध्वनि से यात्रा मार्ग गुंजायमान होते रहा. देश की विभिन्न संस्कृति भी शोभायात्रा समेटे रही. बंगाल की ढाकी, पंजाब का भांगड़ा, बिहारी का कीर्तन, गुजरात की डांडिया व गरबा से शोभायात्रा लकदक रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है