संवाददाता, पटना
छठ के बाद नये कलेक्ट्रेट भवन में कार्यालय के शिफ्ट होने की संभावना है. मुख्य भवन में डीएम कार्यालय सहित अन्य विभाग संचालित होंगे. मुख्य भवन में फर्निशिंग, फिटिंग व फर्नीचर लगाने का कार्य चल रहा है. डीएम के चैंबर की साफ-सफाई के साथ बचे हुए काम तेजी से हो रहे हैं. 31 अक्तूबर तक मुख्य भवन कंपलीट हो जायेगा. शनिवार को डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने नये कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया. उन्होंने पांच मंजिला मुख्य भवन में सभी फ्लोर पर जाकर एक-एक चीज को बारीकियों से देख अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. नये भवन में आनेवाले लोगों की सहूलियत के लिए हर एक फ्लोर पर साइनेज लगाने को कहा. डीएम ने कहा कि नये कलेक्ट्रेट भवन का स्ट्रक्चर वर्क पूरा हो चुका है. अब फिनिशिंग टच दिया जा रहा है. छठ के बाद कार्यालय शिफ्ट होंगे. उन्होंने कहा कि एक ही छत के नीचे से 40 विभाग के कार्यालयों के होने से लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा. नया भवन खुला हाेने से दिन में रोशनी की अच्छी व्यवस्था होने से कम से कम बिजली का उपयोग होगा. सोलर पैनल भी लगाये जा रहे हैं.
डचकालीन आठ पीलर सुरक्षित रखे गये : डीएम ने कहा कि गंगा नदी के किनारे अवस्थित यह परिसर स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है. भवन निर्माण विभाग द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में डचकालीन आठ पिलर को जैकेटिंग कर संरक्षित किया गया है. हेरिटेज पिलर को सुरक्षित रखा गया है, ताकि नयी पीढ़ी के इसके बारे में जानकारी मिल सके. सेंट्रल प्लाजा में एक डेडिकेटेड पवेलियन डिजायन किया गया है. भूकंपरोधी भवन वीआरवी प्रणाली आधारित केंद्रीकृत एयर कंडीशन से लैस है.
मुख्य भवन में 40 विभाग होंगे संचालित : नये कलेक्ट्रेट के मुख्य भवन में बेसमेंट व भूतल के अलावा पांच फ्लोर हैं. इसमें 40 विभाग चलेंगे. केंद्रीय कलेक्ट्रेट भवन के अतिरिक्त परिसर में दो और ब्लॉक एसडीओ व डीडीसी ब्लॉक, जिला परिषद कार्यालय व बहुउपयोगी भवन ब्लॉक बनाये गये हैं. सभी विभागों का अलग-अलग प्रवेश रहेगा.
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