Durgesh Kumar Birthday: टीवीएफ के वेब सीरीज पंचायत के बनराकस यानि दुर्गेश कुमार अब इंडस्ट्री का जाना-माना चेहरा हैं. आज एक्टर का 40वां जन्मदिन है. दुर्गेश कुमार का जन्म 21 अक्टूबर 1944 को बिहार के दरभंगा जिले में हुआ था. दुर्गेश कुमार के पिता डॉ. हरिकृष्ण चौधरी दरभंगा के सीएम आर्ट्स कॉलेज में कॉमर्स के प्रोफेसर थे. एक्टर का पिता चाहते थे कि वह एक इंजीनियर बने. लेकिन शायद दुर्गेश कुमार और किस्मत दोनों को ही कुछ और मंजूर था. दुर्गेश कुमार ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई तो की लेकिन वह इंजीनियर नहीं बन पाए. आइए बताते हैं उनके इंजीनियर से एक्टर बनने तक के सफर के बारे में सब कुछ.
दुर्गेश कुमार पहले ही नाटक में बने चपरासी
दुर्गेश कुमार ने अपनी स्कूली पढ़ाई दरभंगा के सीएम साइंस कॉलेज से पूरी की. इस बीच उनके बड़े भाई डॉ. शिवशक्ति चौधरी यूपीएससी की तैयारी करने दिल्ली जाना चाहते थे. जिसके बाद दुर्गेश अपने बड़े भाई के साथ साल 2001 में दिल्ली आ गए. और यहां आकर उन्होंने जय कटारिया के उद्देश्य थिएटर ग्रुप में एडमिशन लिया. वहां उन्होंने लगभग 50 दिन तक काम को समझा और सीखा. और फिर उन्होंने अपने करियर का पहला नाटक ‘ताजमहल का टेंडर’ किया. इस नाटक को अजय शुक्ला ने लिखा था. बता दें कि इस नाटक में दुर्गेश कुमार ने एक चपरासी का किरदार निभाया था. दुर्गेश कुमार का बचपन से ही रुझान एक्टिंग की तरफ था और अपने पहले नाटक के बाद उनके अंदर और भी ज्यादा कॉन्फिडेंस आ गया था. जिसके बाद वह अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ साथ नाटकों में भी हिस्सा लेने लगे.
तीन बार फेल हुए
दुर्गेश कुमार के इंजीनियरिंग के साथ साथ नाटक करने का सिलसिला ज्यादा वक्त तक नहीं चल पाया और वह फेल हो गए. बता दें कि एक्टर ने तीन बार परीक्षा निकालने की कोशिश की लेकिन हर बार वह असफल रहे. इसके बाद हार मानकर उन्होंने हिंदी साहित्य से स्नातक करने का फैसला लिया. इस बार भी उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ थिएटर जारी रखा. साथ ही उन्होंने NSD का फॉर्म भी भरा, लेकिन पहली बार में उनका चयन नहीं हो पाया. उसके बाद उन्होंने श्रीराम सेंटर ऑफ परफार्मिंग आर्ट्स एंड कल्चर से दो साल का डिप्लोमा किया. और फिर साल 2008 में उनका सिलेक्शन NSD में हो गया. यहां भी उन्होंने बहुत थिएटर किए और फिर उनकी नौकरी लग गई.
इम्तियाज अली ने ऑफर की पहली फिल्म
दुर्गेश कुमार ने अपने नौकरी पीरियड में आमिर खान की सुपरहिट फिल्म पीके के एक छोटे से किरदार के लिए ऑडिशन दिया था लेकिन कम उम्र होने की वजह से उनका सिलेक्शन नहीं हो पाया. हालांकि, ऑडिशन में उनकी एक्टिंग देख रहे इम्तियाज अली ने दुर्गेश को अपनी फिल्म हाइवे के लिए चुन लिया. और यहां से असल मायने में उनके एक्टिंग करियर की शुरुआत हुई. इसके बाद एक्टर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और वह पंचायत, लापता लेडीज, भक्षक, बहुत हुआ सम्मान, बहन होगी तेरी जैसी फिल्मों और सीरीज में नजर आए.