छपरा. सदर अस्पताल में बन रहे मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट के निर्माण में बिना सेफ्टी डिवाइस के ही मजदूरों को कार्य में लगा दिया गया है. जानकारी के अनुसार इस भवन में पेंटिंग समेत अन्य कार्यों का काम जारी है. इसी बीच पेंटर बिना सेफ्टी डिवाइस के ही पांच मंजिला इमारत पर लटक कर कार्य कर रहे हैं. ऐसी अवस्था में मजदूरों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. आश्चर्य की बात यह है भवन के दोनों तरफ सिर्फ रस्सी लटका दी गयी है. जिस पर बांस के सहारे ही मजदूर कार्य कर रहे हैं. अब इसे मजदूरों की हिम्मत कहेंगे या एजेंसी कि लापरवाही. ऐसा प्रतीत होता है कि एजेंसी के तरफ से कोई भी सेफ्टी डिवाइस मजदूरों के लिए अब तक मुहैया नहीं कराया गया है. बिना सेफ्टी डिवाइस के ही पूरा भवन बनकर तैयार किया गया है. हालांकि इस भवन के निर्माण को लेकर फिलहाल कार्य तेजी से किया जा रहा है. नवंबर तक यह भवन बन कर तैयार हो जायेगा और मरीजों को इसका लाभ भी मिलेगा. हाइटेक व्यवस्था से सुसज्जित इस भवन का जल्द निर्माण करा कर अस्पताल को सौपने की बात कही गयी है. विदित हो की इस यूनिट की जांच के लिए बोर्ड से टीम आयी थी.जिसने इस भवन में हो रहे कार्य में कई अन्य अनियमिताओं को उजागर किया था और ठेकेदार को फटकार भी लगायी थी.
सौ बेड का बन रहा नया भवन
मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट भवन हाइटेक होने के साथ यहां सौ की भी व्यवस्था होंगी. एक ही भवन में प्रस्तुति समेत शिशु की देखभाल भी चिकित्सकों के द्वारा की जायेगी. मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस भवन में परिजनों के बैठने से लेकर शौचालय तक की व्यवस्था उच्च कोटि की की जा रही है.
क्या कहते हैं जिम्मेवार
इस तरह के दीवाल के तरफ से पेंट करने के लिए किसी भी सेफ्टी डिवाइस की जरूरत नहीं पड़ती है. जहां भी ऐसा काम होता है तो बिना सेफ्टी डिवाइस का ही होता है. दीपक कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है