मेदनीचौकी. प्रखंड क्षेत्र के अवगिल टाल के कई एकड़ खेतों अबतक जलजमाव नहीं हट पाया है, जिससे उक्त खेतों में रबी फसल की बोआई करने वाले किसान चिंतित हैं. कई किसानों ने बताया कि अभी गेहूं फसल की अगंतर बुआई का समय 15 नवंबर से शुरू होना है, उससे पहले नगदी फसल मटर छिमी की बुआई का समय आ गया है, लेकिन अवगिल टाल के कई एकड़ रकवों में अबतक जलजमाव बना है. जिससे मटर छिमी की अगंतर बोआई पर ग्रहण लगा हुआ है. किसान कहते हैं कि साल में जलजमाव के कारण एक ही फसल किसान उपजा पाते हैं. जबकि उक्त टाल की मिट्टी काफी उपजाऊ है. बारिश व किऊल नदी के पानी टाल क्षेत्र में फैलने से गहराई वाले इलाके हर साल डूबते हैं. वहीं जलनिकासी का उचित माध्यम नहीं रहने से धीमी रफ्तार से जलनिकासी होती है या फिर धूप से पानी सूखता है. जलजमाव के कारण नगदी फसल मटर छिमी व गेहूं फसल की बोआई पिछांत करना पड़ता है, इससे किसानों को प्रत्येक साल नुकसान उठाना पड़ता है. किसानों का कहना है कि टाल क्षेत्र के तीव्र गति से जलनिकासी का माध्यम सुदृढ़ करने की जरूरत है. जिससे हजारों एकड़ जमीन में समय पर फसलों की बोआई हो सके. किसान कहते हैं समस्या गंभीर है, जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देकर जलनिकासी के समाधान का रास्ता तलाशना चाहिए.
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