Mutual Fund: म्यूचुअल फंड (एमएफ) आजकल निवेश का सबसे आसान और सुरक्षित साधन है. आज के युवाओं में म्यूचुअल फंडों में निवेश के प्रति अधिक रुचि दिखाई रहे हैं. इसी का नतीजा है कि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में मिड कैप म्यूचुअल फंड (मझोली कंपनियों वाले म्यूचुअल फंड) और स्मॉल कैप म्यूचुअल फंडों (छोटी कंपनियों वाले म्यूचुअल फंड) में निवेश की बाढ़ आ गई. खबर है कि इन छह महीनों के दौरान मिड कैप और स्मॉल कैप म्यूचुअल फंडों में करीब 30,342 करोड़ रुपये का निवेश आ गया.
म्यूचुअल फंड से निवेशकों को मिला बंपर रिटर्न
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) के दौरान मिड-कैप (मझोली कंपनियों में निवेश करने वाले एमएफ) और स्मॉल-कैप (छोटी कंपनियों में निवेश करने वाले) म्यूचुअल फंड योजनाओं के प्रति निवेशकों का जबरदस्त उत्साह दिखा. इन योजनाओं में करीब 30,342 करोड़ रुपये का निवेश आया. एम्फी ने कहा कि इन योजनाओं में निवेश करने वाले निवेशकों को काफी अच्छा रिटर्न मिला है, जिसके चलते इनके प्रति उनका आकर्षण बढ़ गया है. वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंडों में 32,924 करोड़ का निवेश आया था.
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स्मॉल और मिड कैप म्यूचुअल फंडों में जारी रहेगा निवेश
खास बात यह है कि बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) स्मॉल-कैप और मिड-कैप फंडों में ऊंचे निवेश को लेकर चिंता जता चुका है. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशक बंपर रिटर्न मिलने के कारण स्मॉल-कैप और मिड-कैप म्यूचुअल फंड में निवेश जारी रखेंगे. ट्रस्ट म्यूचुअल फंड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संदीप बागला ने कहा कि आने वाले वर्षों में स्मॉल कैप में तेज वृद्धि जारी रहेगी. मुझे उम्मीद है कि निवेश जारी रहेगा, क्योंकि भारतीय हाई ग्रोथ वाले क्षेत्रों में निवेश करना चाहते हैं. स्मॉल कैप कोष को किसी के पोर्टफोलियो आवंटन का अभिन्न अंग माना जाना चाहिए.
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मिड कैप और स्मॉल कैप इंडेक्स में बेतहाशा बढ़ोतरी
एम्फी के आंकड़ों के अनुसार, पहली छमाही में मिड-कैप म्यूचुअल फंड में 14,756 करोड़ रुपये और स्मॉल-कैप में 15,586 करोड़ रुपये का निवेश आया. इस तरह कुल आंकड़ा 30,342 करोड़ रुपये बैठता है. ट्रेडजिनी के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) त्रिवेश ने कहा कि मिड-कैप और स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड में निवेशकों की मजबूत दिलचस्पी इन सेग्मेंट में मिलने वाला ऊंचा रिटर्न है. मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स ने चालू वित्त वर्ष में अबतक करीब 20% और 24% की बढ़ोतरी दर्ज की है. यह निफ्टी और सेंसेक्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन है.
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