कुर्था.
न्याय पूर्ण नए बिहार के निर्माण के लिए भाकपा-माले के तत्वावधान में बदलो बिहार न्याय यात्रा का शुभारंभ किया गया है. उक्त पदयात्रा के माध्यम से केंद्र सरकार व राज्य सरकार को अपनी विभिन्न मांगों को रखने का काम किया जा रहा है. उक्त बातें बदलो बिहार न्याय यात्रा के तहत सोमवार को कुर्था पहुंचे भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में कही. साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्र बिहार की सरकार मनमाने तरीके से कार्य कर आमजनों को परेशान कर रही है. गरीबों को सरकारी बड़ा के अनुसार दो लाख रुपये और 5 डिसमिल आवास भूमि और पक्का मकान देने की बात कही गयी थी, लेकिन अब तक पूरा नहीं किया गया. दूसरी तरफ सुशासन की पोल खोलती दलित गरीब महिलाओं अल्पसंख्यकों पर जारी हिंसा भी अनवरत जारी है. जमीन सर्वे के नाम पर गरीबों को बेदखल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक गरीबों के पास आवास, जोत की भूमि और बटाईदार के कायमी व पुश्तैनी हक की गारंटी नहीं होती है और सभी लोगों की जमीन के कागजात दुरुस्त नहीं हो जाते तब तक सर्वे पर रोक लगाया जाए. स्मार्ट मीटर से जनता बेहाल और कंपनी मालामाल हो रही है. स्मार्ट मीटर नहीं बल्कि खून चूसबा मशीन है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि स्मार्ट मीटर लगाने की अनिवार्यता खत्म किया जाए. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में यात्रा के बाद 27 अक्टूबर को पटना में बदलो बिहार न्याय सम्मेलन से इसका समापन किया जायेगा.
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