Bihar News: भाजपा के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह हिंदू स्वाभिमान यात्रा के तहत कई जिलों का दौरा कर चुके हैं और अब उनकी यह यात्रा समापन की ओर है. गिरिराज सिंह तय कार्यक्रम के तहत सोमवार को अररिया में यात्रा करके किशनगंज पहुंचे. किशनगंज बिहार का वह जिला है जहां सबसे अधिक मुस्लिम आबादी बसती है. गिरिराज सिंह का यहां गर्मजोशी से स्वागत किया गया. वहीं गिरिराज सिंह ने किशनगंज पहुंचकर कई विस्फोटक बयान दिए हैं.
शिवमंदिर में गिरिराज सिंह ने की पूजा
सोमवार को गिरिराज सिंह हिन्दू स्वाभिमान यात्रा के रथ पर सवार होकर किशनगंज के ठाकुरगंज पहुंचे. हर – हर महादेव एवम जय श्री राम के नारे लगाते हुए अनेकों समर्थकों ने गिरिराज सिंह का स्वागत किया. शिवपुरी स्थित शिवमंदिर में गिरिराज सिंह ने पूजा अर्चना भी की. उन्होंने धर्मो रक्षति रक्षितः का नारा बुलंद करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि किसी भी तरह की संकट की घड़ी में वो हमेसा सबके साथ दिखेंगे. हिंदुओं को एकजुट होकर रहने का संदेश केंद्रीय मंत्री ने दिया.
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सीमांचल नहीं मिथिलांचल है यह.. बोले गिरिराज
वहीं किशनगंज पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मीडिया से बातचीत की तो सीमांचल शब्द पर ऐतराज जताया. उन्होंने कहा कि यह सीमांचल नहीं मिथिलांचल है. अपनी यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि यह हिन्दू स्वाभिमान यात्रा है. इसमें हिन्दुओं को संगठित रखना और एक रखना उनका उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि दंगा करने वालों को रोकने के लिए मैं यहां आया हूं. इससे पहले किशनगंज की सीमा में जब गिरिराज सिंह प्रवेश किए तो समर्थकों का जोश देखकर बोले कि हम सभी कमजोर कौम से आते हैं. अब हम अपने धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए चुप नहीं बैठ सकते. जिसके बाद नारेबाजी शुरू हो गयी.
हां भारत हमारे बाप का है- गिरिराज सिंह बोले
गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अभी ही सबने बांग्लादेश देखा. मैं हिंदुओं को कहने आया हूं कि ना हमें किसी से डरना है ना किसी से डराना है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ लोग जो कहते हैं कि भारत किसी के बाप का है तो मैं उनको कहना चाहता हूं कि हां भारत हमारे बाप का है, प्रभु श्रीराम का है. गिरिराज सिंह ने कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि मैं माहौल क्या बिगाडूंगा. माहौल बना ही कब है. हमने आजतक तजिया पर पत्थर नहीं फेंका लेकिन हमें काली पूजा, दुर्गा पूजा सबमें रूट देखना पड़ता है. आखिर इसके लिए बंटवारा हुआ था. किस भाइचारे की बात कर रहे हैं.