– अब तक 37 फीसदी राशि की ही हुई निकासी, जबकि 60 फीसदी राशि अब तक खर्च हो जानी थी
मनोज कुमार, पटना
कृषि विभाग की योजनाओं में अब तक लगभग 37 फीसदी राशि की ही निकासी हुई है. निकासी की गयी राशि भी पूरी तरह खर्च नहीं हुई है. जबकि इस समय तक 60 फीसदी राशि खर्च हो जानी चाहिए थी. 1870.99 करोड़ में 687.96 करोड़ रुपये ही की ही निकासी हुई है. कृषि विभाग ने इस पर आपत्ति जतायी है. कहा है कि अधिकांश योजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं. फिर भी निकासी और खर्च कम हुए हैं. सभी नोडल पदाधिकारियों को इसमें सुधार लाने का निर्देश दिया है. ढैंचा बीज वितरण में 14.39 करोड़ में शून्य राशि खर्च की गयी है. परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत 974 लाख में शून्य राशि खर्च की गयी है. राज्य में 62 अनुमंडल स्तरीय संयुक्त कृषि भवन का निर्माण होना है. इसके निर्माण के लिए एजेंसी को अभी राशि उपलब्ध नहीं करायी जा सकी है.इ-किसान भवन में अनियमितता के संकेत
इ-किसान भवन के संचालन के लिए 977 लाख में 361 लाख रुपये ही खर्च ही किये गये हैं. इस कार्य के लिए कम राशि खर्च होने पर कड़ी आपत्ति जतायी गयी है. कहा गया है कि या तो इ-किसान भवन का संचालन ठीक से नहीं हो रहा है या समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है. दोनों ही स्थितियों को अनियमितता के संकेत के रूप में देखे जाने की बात कही गयी है. इसमें तुरंत सुधार का आदेश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है.कृषि यांत्रिकरण में 28 फीसदी राशि ही खर्च
कृषि यांत्रिकरण योजना में अब तक कुल 28 प्रतिशत राशि ही खर्च हुई है. सात निश्चय-2 की योजनाओं के लिए कुल 1767 लाख रुपये की स्वीकृति दी गयी है. इसमें अब तक 47 लाख रुपये ही खर्च हुए हैं. पीएमकेसएसवाइ 2.0 में 6406 लाख में 3176 लाख रुपये ही खर्च हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है