छपरा. धनतेरस व दीपावली को लेकर बाजारों में तैयारियां शुरू हो गयी हैं. चहल-पहल भी बढ़ रही है. लेकिन बीते कुछ सालों में जिस प्रकार ऑनलाइन खरीदारी का प्रचलन बढ़ा है. उसने लोकल बाजारों में कारोबार को प्रभावित किया. शहर के लोकल बाजारों में 30 से 40 फीसदी कारोबार विगत तीन-चार सालों में कम हुआ है. शहर के हथुआ मार्केट में जहां ऑनलाइन खरीदारी के कारण कारोबार पर 20 से 30 फीसदी तक का असर पड़ा है. वहीं रेडीमेड गारमेंट्स, श्रृंगार प्रसाधन, फुटवियर व गिफ्ट आइटम्स की खरीदारी भी अब लोग ऑनलाइन कर रहे हैं. जिस कारण इस सेक्टर से जुड़े लोकल दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है. धनतेरस और दीपावली के लिए गिफ्ट आइटम, क्राकरी, बर्तन तथा सजावट के सामानों को भी लोग ज्यादातर ऑनलाइन मोड में ही मंगा रहे हैं घर की दीवारों पर लगाने वाले झालर, बल्ब आदि सामानों का भी ऑनलाइन ऑर्डर हो रहा है.
दुकानदारों को पूंजी फंसने का सता रहा डर
ॉलोकल दुकानदारों को पूंजी फंसने का डर भी सता रहा है. इसी साल होली के समय दुकानदारों ने गत साल की तुलना में काफी कम स्टॉक मंगाया था. कुछ दुकानदारों ने जरूरत से अधिक स्टॉक मंगा लिया था. जिनका स्टॉक फंस गया. ऐसे में अब दुकानदार त्योहारों में काफी सोच समझकर पूंजी लगा रहे हैं. शहर के हथुआ मार्केट के रेडीमेड गारमेंट्स के दुकानदार अभिषेक कुमार ने बताया कि अब लोग ज्यादातर कपड़ों की खरीदारी भी ऑनलाइन ही कर रहे हैं. जिससे हमारा व्यवसाय प्रभावित हुआ है. पहले थोक मंडियों से क्रेडिट पर सामान मिल जाता था. लेकिन अब थोक व्यवसायी भी महज 20 से 30 फीसदी सामान ही क्रेडिट पर देते हैं. बाकी पूंजी कैश में देनी पड़ती है. यदि स्टॉक फंस गया तो बड़ा नुकसान होता है. जिस कारण भी हमलोग अधिक रेंज में स्टॉक नहीं मांगते.लोकल दुकानदारों को भी करनी पड़ रही है होम डिलेवरी
ऑनलाइन खरीदारी के बढ़ते प्रचलन को देखते हुए अब लोकल दुकानदारों ने भी ऑनलाइन ऑर्डर लेना शुरू कर दिया है. किराना से लेकर रोजमर्रा के कई जरूरी सामानों के लिए स्थानीय दुकानदार भी ऑनलाइन ऑर्डर ले रहे हैं और डिलीवरी बॉय के माध्यम से लोगों को निर्धारित समय पर उपलब्ध करा दे रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है