Darbhanga News: कुमार रौशन, दरभंगा. हेलो, दूरसंचार कंपनी से आपको फोन किया गया है. सिम संबंधी जानकारी के लिए तीन दबाएं. तीन नंबर दबाते ही बोला गया कि हम मुंबई क्राइम ब्रांच से बोल रहे हैं. आपके मोबाइल नंबर से क्राइम हुआ है. आपके मोबाइल पर एक एप भेजा जा रहा है. उसे डाउनलोड कर विस्तार से जानकारी दें, अन्यथा आपका मोबाइल नंबर बंद कर दिया जाएगा और आप पर कार्रवाई की जायेगी. यह फोन लहेरियासराय थाना क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति के मोबाइल पर आया. हालांकि तब तक उस व्यक्ति को अहसास हो गया था कि यह फोन किसी साइबर फ्राड का है और उसने मोबाइल को डिस्कनेक्ट कर दिया. साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए नित्य नये-नये पैतरे अपना रहे हैं. अभी सबसे अधिक मामला पुलिस अधिकारी का फोटो लगाकर ठगी करने का आ रहा है. साइबर अपराधी लोगों के वाट्सएप पर पुलिस अधिकारी बनकर कॉल करते हैं. कहा जाता है कि आपका बेटा अपने कुछ दोस्तों के साथ एक लड़की के साथ दुष्कर्म किया है. तत्काल इतनी राशि भेजिये नहीं तो बेटा को जेल भेज दिया जायेगा.
पुत्रियों के पिता को कॉल कर कहा, बेटा दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार
तीन दिन पूर्व ही विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति के वाट्सएप पर कॉल आया. वाट्सएप आइडी पर पुलिस अधिकारी की तस्वीर थी. कहा गया कि आपका बेटा दिल्ली में अपने कुछ दोस्तों के साथ एक लड़की से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. तत्काल पचास हजार रुपये भेजिये. रुपया मिलने के बाद उसे छोड़ देंगे. हालांकि जिस व्यक्ति के पास साइबर अपराधियों ने फोन किया था, उन्हें सिर्फ दो पुत्री है, पुत्र नहीं है. इस वजह से वे समझ गये कि साइबर फ्राड का फोन है और उन्होंने कॉल काट दिया.
बेटा क्राइम करते दरभंगा में गिरफ्तार
कुछ इसी तरह का फोन एक सप्ताह पूर्व कमतौल थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति के पास आया. उनसे कहा गया कि आपका बेटा क्राइम करते हुए दरभंगा में गिरफ्तार हुआ है. 50 हजार रुपये भेजिये, तो उसे छोड़ दिया जाएगा. कई तरह की धमकी दी जाने लगी. हालांकि उस व्यक्ति ने तत्काल दूसरे मोबाइल से पुत्र को फोन लगाया. पुत्र ने कहा कि वह कोचिंग कर घर आ रहा है. सच्चाई समझ साइबर अपराधी का उसने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया.
तत्काल 1930 पर करें कॉल
अगर आप साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं, तो तत्काल एनसीआरपी पर ऑनलाइन शिकायत करें या 1930 पर कॉल कीजिए. इसके बाद संबंधित थाना या साइबर थाना में शिकायत करें. 1930 पर कॉल करने या एनसीआरपी पर ऑनलाइन शिकायत करने से आपकी राशि होल्ड हो जायेगी. इससे राशि को साइबर अपराधी निकाल नहीं पायेंगे.
जागरूकता के लिए कार्यक्रम चला रही पुलिस
यातायात पुलिस उपाधीक्षक सह साइबर थाना प्रभारीअवधेश कुमार ने बताया कि सावधानी बरतकर ही साइबर ठगी का शिकार होने से बचा जा सकता है. सरकार व पुलिस लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार कार्यक्रम चला रही है. अगर आप साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं, तो तत्काल एनसीआरपी पर ऑनलाइन शिकायत करें या 1930 पर कॉल करें.
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