संवाददाता, पटना इंट्रो: ट्रैफिक पुलिस के लाख दावों के बावजूद शहर के चौराहों की स्थिति नहीं सुधर रही है. जिन चौराहों या गोलंबर के पास ऑटो या इ-रिक्शा की पार्किंग होती है. जाम से वहां की स्थिति और भी खराब हो गयी है. इन चौराहों पर पूरे दिन ऑटो और इ-रिक्शा चालक यात्रियों को बैठाने-उतारने के लिए अपने वाहन खड़ा करते हैं. पूरा रास्ता जाम रहता है. आम लोगों को अपने वाहन के वहां से गुजरना मुश्किल होता है. त्योहारों में वहां भी स्थिति और भी खराब हो जाती है. प्रभात खबर ने ऐसे चौराहों और गोलंबर की पड़ताल शुरू की है. पेश है रिपोर्ट… जीपीओ गोलंबर : सड़क पर चार लेन में लगाते हैं ऑटो, सामान्य गाड़ियों के लिए 10 फुट से भी कम बचती है जगह जीपीओ गोलंबर पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रही रहती है. फ्लाइओवर के नीचे दोनों तरफ ऑटो व इ-रिक्शा चालक मनमानी करते हैं. दोनों फ्लैंकों की चौड़ाई लगभग 40-40 फुट है. इन सड़कों पर तीन से चार लेयर में ऑटो और इ-रिक्शा चालक अपने वाहन खड़ा रखते हैं. ऐसे में आम लोगों को अपने वाहन के साथ गुजरने के लिए 10 फुट से भी कम जगह मिलती है. इस कारण प्रतिदिन सुबह से रात नौ बजे तक जाम की स्थिति बनी रहती है. गुरुवार को दोपहर तीन बजे प्रभात की टीम जीपीओ गोलंबर पहुंची. वीर कुंअर सिंह पार्क से जीपीओ आने वाले रास्ते में फ्लाइओवर के नीचे गोलंबर के पास चार लेयर में वाहन लगे थे. गोलंबर से स्टेशन की तरफ जाने के लिए मात्र 6 से आठ फुट की जगह बच रही थी. हर दिन भी तरह एक चार पहिया वाहन को गोलंबर पार करने में 10 से 15 मिनट का समय लग रहा था. वहीं आर ब्लॉक की ओर जाने वाले फ्लैंक की स्थिति भी खराब थी. स्टेशन की तरफ जाने वाला रास्ता भी जाम था. दोनों तरफ दुकानों से पार्किंग में जाने समस्या हो रही थी. पार्किंग जाने का रास्ता भी नहीं स्पष्ट हो रहा था.
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