कोलकाता. उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले में स्थित सिताई विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है. 2021 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से जगदीश चंद्र बर्मा बसुनिया ने जीत हासिल की थी. वहीं, कुछ महीने पहले लोकसभा चुनाव में भी श्री बसुनिया ने भाजपा उम्मीदवार निशीथ प्रमाणिक को हरा कर कूचबिहार लोकसभा सीट अपने नाम की थी. तृणमूल के वर्तमान विधायक जगदीश चंद्र बर्मा बसुनिया के कूचबिहार लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद, सिताई में उपचुनाव हो रहा है. पार्टी ने इस सीट से श्री बसुनिया की पत्नी, संगीता राय को उम्मीदवार बनाया है. उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा के दीपक कुमार राय हैं, जो स्थानीय नेता हैं. कांग्रेस-वाममोर्चा के बीच समझौता नहीं होने के कारण दोनों पार्टियों ने अलग-अलग उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. वाममोर्चा के घटक दल फॉरवर्ड ब्लॉक की ओर से अरुण कुमार बर्मा और कांग्रेस से हरिहर रॉय सिन्हा चुनाव लड़ रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विपक्ष के वोटों के तीन हिस्सों में बंटने से तृणमूल कांग्रेस को फायदा हो सकता है. हालांकि, राज्य सरकार और तृणमूल के खिलाफ कुछ जन आक्रोश भी है, जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की एक जूनियर डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म के कारण उभरा है. क्या कहते हैं आंकड़े : तृणमूल कांग्रेस के लिए सिताई सीट पर रिकॉर्ड बहुत प्रभावशाली नहीं रहा है. 2021 में बसुनिया तृणमूल के पहले उम्मीदवार थे, जिन्होंने यहां से 10 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. इस सीट पर 1967 से 1977 तक कांग्रेस का दबदबा रहा, जब मोहम्मद फजल हक ने चार बार जीत हासिल की थी. 1977 में वाममोर्चा की सरकार बनने के बाद से वर्ष 2006 तक इस सीट पर फॉरवर्ड ब्लॉक का कब्जा रहा. 2006, 2011 और 2016 में कांग्रेस ने लगातार तीन बार इस सीट से जीत दर्ज की. 2021 में तृणमूल ने पहली बार यहां जीत हासिल की. सिताई सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और यहां के करीब तीन लाख मतदाता मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर हैं.
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