बिहार सरकार इन दिनों जमीनों के सर्वे का काम तेजी से करा रही है. इसके लिए रोज-रोज नए नियमों को लागू करने के साथ ही जरुरत के हिसाब से अधिकारियों को भी जमीन पर उतारा जा रहा है. इसी बीच सरकार ने जमीन के साथ ही प्रदेश में मौजूद प्राइवेट अस्पतालों का सर्वे करने का आदेश जारी कर दिया है. बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की शाखा आईडीएसपी (एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम) राज्य के सभी निजी अस्पतालों का सर्वेक्षण करायेगी. इसके लिए आद्री और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का खाका होगा तैयार
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि इस सर्वे के दौरान प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का खाका तैयार होगा. इस दौरान अधिक से अधिक बीमारियों की रिपोर्टिंग निजी अस्पतालों से हो, इसे सुनिश्चित कराया जायेगा. अधिकारियों का कहना है कि बीमारियों की रिपोर्टिंग आने से बीमारियों का पूरा ब्योरा तैयार करने में मदद मिलेगी.
अस्पतालों को देनी होगी ये जानकारी
प्राइवेट अस्पतालों को सर्वेक्षण के दौरान बताना होगा कि वहां किस प्रकार की सुविधा मिलती है. संस्थान का पूरा पता देना होगा. निजी अस्पतालों को यह बताना होगा कि उनके यहां किस तरह के मरीज अधिक आ रहे हैं. इसके अलावा अस्पताल कितने दिनों से चल रहा है यह भी जानकारी देनी होगी.
हर रोज तैयार की जायेगी मरीजों की रिपोर्ट
सर्वेक्षण के दौरान निजी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की हर रोज रिपोर्ट तैयार की जायेगी। एक अस्पताल में औसतन कितने मरीज आते हैं, इसका ब्योरा तैयार किया जायेगा। निजी अस्पतालों को भेजे फॉर्मेट में कहा गया है कि आद्री पहली बार इतने बड़े पैमाने पर अस्पतालों की मैपिंग कर रही है। सभी अस्पतालों को सभी जानकारियां देने का निर्देश दिया गया है।