पिपरा. प्रखंड क्षेत्र में बिजली उपभोक्ताओं के घर में स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत हो गयी है. इसकी शुरुआत शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय परिसर से हुई. स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य का शुभारंभ पिपरा विधायक रामविलास कामत ने फीता काटकर किया. इस मौके पर विधायक ने कहा कि ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव के कुशल नेतृत्व का ही नतीजा है कि आज बिहार भर में 22-24 घंटे बिजली मिल रही है. वर्ष 2005 से पहले 24 घंटे में 04 से 05 घंटे बिजली मिल रही थी. कुछ लोग प्रीपेड मीटर का विरोध कर रहे हैं जो कही से भी सही नहीं है. विरोधी लोगों को गुमराह करने के लिए प्रीपेड मीटर को लेकर अनर्गल बातें करते हैं. बीडीओ शिवेश कुमार सिंह ने कहा विद्युत विभाग की अच्छी पहल है. स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बिजली बिल भुगतान में सहूलियत होगी. जितना बिजली खपत होगी उस हिसाब से रिचार्ज के माध्यम बिल का भुगतान करना होगा. निगेटिव बैलेंस रहने पर स्मार्ट मीटर के पुश बटन को दबाने से अगले 72 घंटे तक के लिए मिल जायेगी बिजली : वरीय प्रबंधक कोशी प्रमंडल के वरीय प्रबंधक राजस्व दीपक कुमार ने कहा कि अभी कोशी प्रमंडल के ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 50 हजार से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर का अधिष्ठापन कार्य पूर्ण कर लिया गया है. शहरी क्षेत्रों में लगभग 60 हजार स्मार्ट प्रीपेड मीटर अधिष्ठापित है. कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से उपभोक्ताओं को प्रतिदिन मान पठन आधारित विद्युत खपत की राशि की कटौती होगी एवं उपभोक्ता को त्रुटि रहित विद्युत विपत्र प्राप्त होगा. वर्तमान में 06 माह तक एक्सेस लोड पर फाइन नहीं लगेगा. नेगेटिव बैलेंस रहने सुबह के 10 बजे से 01 बजे तक ही लाइन कटेगी. रविवार एवं अवकाश के दिन लाइन नहीं कटती है. नेगेटिव बैलेंस रहने पर लाइन कटने पर विशेष परिस्थिति में बिना रिचार्ज कराए मीटर में उपलब्ध पुश बटन को 20 सेकेंड तक दबा कर रखने पर अगले 72 घंटे तक विद्युत सेवा बहाल हो जायेगी. 2000 से अधिक बैलेंस प्रतिदिन रखने पर उपभोक्ता को बैंक रेट के हिसाब से ब्याज भी देय होगा. कहा कि सरकार के निर्देश के आलोक में सभी सरकारी परिसर में 30 नवम्बर तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर का अधिष्ठापन कार्य पूर्ण कर लेना है. विद्युत कार्यपालक अभियंता सौरभ कुमार ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर में नेट मीटर की भी सुविधा है. उपभोक्ता अपने घर पर पीएम सूर्य घर योजना से सोलर पैनल लगवा कर ऊर्जा उत्पादन कर सकते हैं. साथ ही अधिक उत्पादन होने पर ग्रिड को ऊर्जा भेज कर अपने बिजली बिल में कमी कर सकते हैं. अभी 01 किलोवाट पर 30 हजार की सब्सिडी के साथ 3 किलोवाट तक अधिकतम 78 हजार की सब्सिडी है. इस अवसर पर सहायक अभियंता आकाश कुमार, आई टी मैनेजर प्रभात कुमार, जेईई मनोज कुमार, विकास कुमार आदि मौजूद थे.
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