गिद्धौर. चक्रवाती तूफान दाना को लेकर जारी अलर्ट से किसान चिंतित नजर आने लगे हैं, हुआ भी वही जिसका डर किसानों को था. दरअसल, बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान डाना के दस्तक देने से बीते गुरुवार की देर रात से ही जमकर हुई बारिश ने किसानों के फसलों पर आफत बनकर बरसी. तेज बारिश व हवा से जिले भर में कई एकड़ धान की फसल पानी में गिर गयी. इस दौरान सबसे अधिक नुकसान गिद्धौर प्रखंड के पतसंडा, कोल्हुआ, सेवा, रतनपुर पंचायत के भौराटांड़ गांव के किसानों को हुआ. जहां लगभग सैकड़ों एकड़ से ज्यादा खेत में लगे धान की फसल पानी में गिर गयी. जिससे किसानों को हजारों रुपये की फसल के नुकसान होने की चिंता सता रही है, किसान अर्जुन यादव, प्रवीण सिंह, अमित दास, मोहन यादव, विजय राम, मनोज यादव, पप्पू चौरसिया, शंकर यादव, विमल मिश्रा ने बताया कि गुरुवार से ही देर रात भारी बारिश से हमारे बहियार में दर्जनों एकड़ में लगी धान का फसल पानी में गिरकर बर्बाद हो गयी. छठ पूजा के बाद धान कटाई का समय है, लेकिन इस समय पानी और तेज हवा दोनों एक साथ किसानों पर बनकर बरस रही है, किसानों का कहना है कि अगर पानी और तूफान ज्यादा कहर बरसाएगी तो किसानों की कमर टूट जाएगी. पूरे प्रखंड में लगे धान की फसल बर्बाद हो जाएगा. कई किसानों का कहना है बड़ी मुश्किल से इस बार धान की खेती में अच्छी पैदावार होने की उम्मीद जगी थी, जिससे इस बार किसानों को अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद थी, अब दाना तूफान की दस्तक देने से तेज हवा चलने से तैयार फसल खेत में ही सिमट कर रह जाएगी. किसानों ने बताया कि यहां के दर्जनों किसानों के लिए एकमात्र आमदनी का रास्ता धान की खेती ही होती है. जहां से पूरे साल का परिवार का भरण पोषण होता है. इधर किसानों के बीच दाना चक्रवाती तूफान के कारण फसल के नुकसान से किसानों में मायूसी देखी जा रही है.
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