औरंगाबाद/कुटुंबा. सरकार खेती से किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए नित्य नये-नये प्रयोग कर रही है. इसके लिए कई तरह की योजनाएं चलायी गयी है. वहीं, सरकार के उद्यान विभाग फल-फूल की खेती की बढ़ावा देने पर विशेष जोर दे रही है. इसके लिए किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. इधर, प्रकृति की बेरूखी से धान, गेहूं की परंपरागत खेती घाटे का सौदा बनकर रह गयी है. ऐसे में किसानों के लिए फल-फूल की खेती आवश्यक हो गया है. कम जोत जमीन वाले किसान भी अपनी जमीन में फलदार पौधा लगाकर खुशहाल हो सकते हैं. फलों की खेती में धान की तरह सिंचाई की जरूरत नहीं है, कम पानी में फलों की खेती की जा सकती है. उर्वरक और पौधों में भी खर्च बहुत कम पड़ता है. इच्छुक किसान बहुत ही कम लागत में अंजीर और ड्रैगन फ्रूट की खेती कर सकते हैं. डीएचओ डॉ श्रीकांत ने बताया कि एकबार फलदार पौधा लगाने पर कई वर्षों तक कमाई की जा सकती है.
दो हेक्टेयर भूमि में अंजीर और पांच हेक्टेयर में होगी ड्रैगन की खेती
डीएचओ ने बताया कि औरंगाबाद जिले के विभिन्न प्रखंडों में दो हेक्टेयर में अंजीर और पांच हेक्टेयर भूमि में ड्रैगन फ्रूट की खेती प्रयोग के तौर पर की जानी है. अगले वर्ष फलों की खेती का लक्ष्य और विस्तार किया जायेगा. एक किसान 10 कट्ठा से लेकर दो हेक्टेयर तक जमीन में अंजीर या फिर ड्रैगन फ्रूट की खेती कर सकता है. इसके लिए सरकारी स्तर पर अनुदान का प्रावधान है. उन्होंने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले उत्पादकों को प्रति हेक्टेयर तीन लाख 36 हजार अनुदान दिया जाना है. उन्होंने बताया कि अनुदान की राशि बारी-बारी से तीन किस्तों में दी जायेगी, बशर्ते फसल हरा-भरा रहना चाहिए. अनुदान की राशि मुहैया कराने के लिए विभाग ने कुछ टर्म कंडीशन लागू किया है. उन्होंने बताया कि फलो की खेती से किसानों को अच्छी कमाई होंगे. वे घर बैठे थोड़ी अधिक परिश्रम से लाखो की कमाई कर सकते है. उनका परिवार खुशहाल रहेगा.बताया कि पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर योजना का लाभ दिया जायेगा. किसानों को विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन अप्लाई करने के लिए किसान रजिस्ट्रेशन, जमीन का रसीद, फोटो और बैंक अकाउंट जरूरी है.प्रचुर विटामिन से भरपूर है अंजीर व ड्रैगन फ्रूट
आयुर्वेद चिकित्सक डॉ राजेश्वर पांडेय ने बताया कि अंजीर और ड्रैगन फ्रूट में प्रचुर मात्रा में फाईवर होता है. इसका सेवन करने से स्वास्थ्य लाभ मिलता है. शरीर में बल्ड शूगर और हाई बीपी का स्तर कम करता है. उन्होंने बताया कि अंजीर मनुष्य के शरीर में कैल्शियम और विटामिन सी की मात्रा को पूरा करता है. प्लैटनैस को मेकअप करता है. वहीं ड्रैगन फ्रूट्स से सभी तरह के विटामिन विटामिन के साथ-साथ क्लौरी, वसा, प्रोटीन, क्राब्रोहाईट्रेट, फाईवर आदि की पूर्ति होती है. इधर, रिटायर्ड अधिकारी रामचंद्र सिंह, दधपा पंचायत के पूर्व मुखिया कपिलदेव पांडेय, रसलपुर गांव के बुजुर्ग किसान शिवनाथ पांडेय व झखरी गांव के राधेश्याम सिंह आदि बताते हैं कि फलों की खेती करने वाले कृषक खुशनसीब होते है. उन्हें रोजी-रोजगार के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ता है. एक बार फलदार पौधा लगाने पर कई पीढ़ी को फल प्राप्त होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है