IND vs NZ: पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) स्टेडियम में दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी टीम की करारी हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने इसे सामूहिक विफलता बताया. इस हार ने भारत के 12 साल के घरेलू वर्चस्व को समाप्त कर दिया. 12 साल से भारत अपने घर में किसी भी टेस्ट सीरीज में नहीं हारा था. यह न्यूजीलैंड की भारत में पहली टेस्ट सीरीज जीत भी है. भारतीय बल्लेबाजी क्रम भारत के स्पिनिंग ट्रैक पर एकदम विफल साबित हुआ. जबकि, भारतीय बल्लेबाजों को स्पिन के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है. रोहित ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस सीरीज के आधार पर वह खिलाड़ियों का मूल्यांकन नहीं करेंगे और कुछ लोगों से व्यक्तिगत रूप से बात करेंगे.
IND vs NZ: बल्लेबाजों को भी बनाने होंगे रन
मैच के बाद प्रेजेंटेशन में बोलते हुए रोहित शर्मा ने कहा कि उनकी टीम पहली पारी में ज्यादा रन नहीं बना पाई और यह एक बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुआ. रोहित शर्मा ने कहा, “यह निराशाजनक था. यह वैसा नहीं था जिसकी हमें उम्मीद थी, लेकिन फिर भी हमें न्यूजीलैंड को श्रेय देना होगा. उन्होंने हमसे बेहतर खेला. हम खेल में कुछ ऐसे मौकों का फायदा उठाने में विफल रहे जो हमारे सामने आए. हम उन चुनौतियों का जवाब देने में विफल रहे और आज हम इस परिणाम के साथ यहां बैठे हैं.” रोहित ने इसे पूरी टीम की विफलता बताई, खासकर बल्लेबाजों की.
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IND vs NZ: पहली पारी में भारत 100 रन पीछे रह गया
रोहित ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हमने बोर्ड पर रन बनाने के लिए अच्छी बल्लेबाजी की. हम जानते हैं कि अगर आपको जीतना है तो आपको 20 विकेट लेने होंगे. लेकिन बल्लेबाजों को भी बोर्ड पर रन बनाने होंगे. हमने पहली पारी में पर्याप्त रन नहीं बनाए और फिर 100 रन पीछे रह गए. जाहिर है कि हमने उन्हें 250 के करीब तक सीमित करके शानदार वापसी की, लेकिन हम जानते थे कि यह चुनौतीपूर्ण होने वाला है.” उन्होंने कहा कि वह पुणे में इस प्रदर्शन के आधार पर अपनी टीम का मूल्यांकन नहीं करेंगे.
A tough loss for #TeamIndia in Pune.
— BCCI (@BCCI) October 26, 2024
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IND vs NZ: नये लोगों का समर्थन करेंगे रोहित
पत्रकारों से बात करते हुए रोहित ने कहा, “मैंने अभी कहा, इन तीन सत्रों के कारण, मैं अलग तरह से प्रतिक्रिया नहीं करने जा रहा हूं. भारत में हमने जितने मैच जीते हैं, उनकी संख्या देखें. मैं अभी टीवी देख रहा था, 54 टेस्ट मैचों में से हमने 42 जीते हैं, जो लगभग 80 प्रतिशत है. बुरी चीजों की तुलना में अधिक अच्छी चीजें हुई हैं. मैं इतनी प्रतिक्रिया नहीं करना चाहता कि टीम के भीतर के लोग यह सोचने लगें कि कुछ अलग हो रहा है. मैं उस तरह का माहौल नहीं बनाना चाहता जहां लोग खुद पर शक करने लगें.”
IND vs NZ: ज्यादा प्रतिक्रियाओं की जरूरत नहीं
रोहित ने कहा, “आपको अति प्रतिक्रिया करने की आवश्यकता नहीं है. लेकिन आपको कुछ व्यक्तियों के साथ शांत बातचीत करने की आवश्यकता है और उन्हें बताना चाहिए कि वे कहां हैं और एक टीम के रूप में हमें उनसे क्या चाहिए. मुझे नहीं लगता कि आपको उन्हें टीम रूम में आमने-सामने बिठाकर उनकी पारी को देखना चाहिए और उन्हें यह बताना चाहिए कि आपको यही करना चाहिए. मुझे नहीं लगता कि ऐसा करने के लिए यह सही मंच है. सिर्फ इसलिए कि हमने सीरीज गंवा दी है, मुझे नहीं लगता कि हमें कुछ अलग बात करनी चाहिए या कुछ अलग करना चाहिए. लेकिन हां, हमें उन परिस्थितियों से बाहर निकलने के तरीके खोजने होंगे.”
IND vs NZ: जायसवाल ने दिखाया दम
रोहित ने कहा, “मैं ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं करने जा रहा हूं. आपको इस बारे में बात करने की जरूरत है कि उन्हें क्या करने की जरूरत है. मैं उन खिलाड़ियों का समर्थन करने जा रहा हूं जो पहली बार ऑस्ट्रेलिया में खेलने जा रहे हैं. शांत रहें और उन्हें महसूस कराएं कि वे यहीं के हैं.” रोहित ने यह भी कहा कि वह लक्ष्य को लेकर आश्वस्त थे कि यह हासिल किया जा सकता है. यशस्वी जायसवाल ने शीर्ष क्रम में 77 रनों की पारी खेली और टीम को आगे लेकर गए, लेकिन दुर्भाग्य से कोई और बल्लेबाज पिच पर नहीं टिक पाया.