हाजीपुर
. बरांटी थाना की पुलिस ने 1.80 लाख रुपये के लालच में अपने जुड़वा बच्चों को बेचने के आरोप में दंपती समेत बच्चे की खरीद-बिक्री में शामिल सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों बच्चों को भी बरामद कर लिया है. इस मामले में बरांटी थाना की एसआई मीरा कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि बीते 22 अक्टूबर की शाम बरांटी थाना के बरांटी गांव निवासी घनश्याम कुमार की पत्नी रीना देवी उर्फ पिंकी देवी ने पुलिस को आवेदन देकर आरोप लगाया कि उसके पति ने राजापाकर थाना के आदमपुर बरियारपुर निवासी उपेंद्र राय से बरांटी थाना के दयालपुर निवासी विकास राय के माध्यम से 80 हजार रुपये कर्ज लिया था. 60 हजार रुपये वापस भी कर दिये. बीते 16 सितंबर को दोनों उसके घर आये और ब्याज सहित 32 हजार रुपये की मांग की. रुपये नहीं देने पर उसके जुड़वा पुत्र डेढ़ वर्षीय लव उर्फ सौरव एवं कुश उर्फ सार्थक को अपने साथ लेकर चले गये.राखी के समय की गयी थी बिक्री
रीना व उसके पति की शिकायत सुनने के बाद पुलिस ने दोनों को थाना पर बैठने को कहा और विकास के घर के विषय में पता करने निकल गयी. उसका पता नहीं चलने पर पुलिस टीम राजापाकर पहुंची. वहां राजापाकर की गश्ती पार्टी के सहयोग से पुलिस ने बिरेंद्र राय के घर पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान बिरेंद्र ने पुलिस को बताया कि दोनों पति-पत्नी कुछ महीने पहले उसके पास अपने बच्चे को बेचवाने के लिए आये थे. उसने बिदुपुर के दाउदनगर चकगढ़ो की मिंता देवी, संजू देवी व सहदान सिंह से बातचीत की. अगस्त महीने में राखी के त्योहार के समय बच्चों की बिक्री की गयी थी. विकास के संबंध में बताया कि वह मिंता देवी, संजू देवी एवं सहदान सिंह का रिश्तेदार है.
माेबाइल से मिला पैसा गिनते हुए वीडियो
जांच के दौरान पता चला कि दोनों पति-पत्नी ने एक बच्चे को अस्सी हजार रुपये में तथा दूसरे बच्चे को नोएडा जाकर विकास के हाथों एक लाख रुपये में बेच दिया था. इसके बाद पुलिस बिरेंद्र राय को लेकर बरांटी थाना पहुंची. सख्ती से पूछताछ करने पर दंपती ने अपने एक बच्चे को राखी के त्योहार के समय 80 हजार रुपये में तथा पैसे की जरूरत होने पर सितंबर महीने में दूसरे बच्चे को एक लाख रुपये में बेचने की बात स्वीकार कर ली. मोबाइल की जांच करने पर डिलीट फाइल में रुपये की गड्डी गिनते हुए एक वीडियो तथा मोबाइल की गैलरी से विकास राय से बच्चे को बेचने से संबंधित कागजात मिले.पूछताछ के दौरान दंपती ने पुलिस को बताया कि उन दोनों ने लालच में आकर झूठा आवेदन पुलिस को दिया था. उन्होंने बच्चे के दुबारा खोजकर मंगवा लेने और 1.80 लाख रुपये हड़पने की साजिश रची थी. इसके बाद पुलिस ने रीना उर्फ पिंकी देवी, उसके पति घनश्याम कुमार, सहदान सिंह की पत्नी मिंता देवी, ब्रजेश की पत्नी संजू देवी, सहदान सिंह, बिरेंद्र राय और विकास राय को गिरफ्तार कर लिया.
पहले भी एक बच्चे को बेच चुकी थी
बच्चा खरीद बिक्री के मामले में बच्चा के माता-पिता समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस इस मामले में सभी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई कर रही है. इस संबंध में बरांटी थाना की पुलिस द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि बीते सोमवार को थाना क्षेत्र के बरांटी गांव निवासी घनश्याम कुमार तथा उसकी पत्नी रीना देवी उर्फ पिंकी देवी ने आवेदन दिया था. आवेदन में आरोप गया था कि कि पैसे के लेन-देन को लेकर राजापाकर थाना क्षेत्र के अहमदपुर बरियारपुर गांव निवासी उपेंद्र राय के पुत्र विरेंद्र राय ने दो पुत्रों को पैसे के बदले अपहरण कर लिया है. शिकायत मिलते ही पुलिस ने संदेह के हाेने पर महिला को थाना पर बैठा लिया तथा आरोपित के घर छापेमारी करने पहुंच गयी. छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपित विरेंद्र राय को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ दौरान पता चला कि महिला ने बच्चे को विरेंद्र राय के हाथों 80 हजार रुपये में बेच दिया था. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बिक्री हुए बच्चा को नोयडा से बरामद कर लिया है. पुलिस ने सिंडिकेट में शामिल बच्चा की मां रीना देवी, पिता घनश्याम कुमार विरेंद्र राय, संजू देवी, मिंता देवी, सहादन सिंह तथा विकास राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
थानाध्यक्ष ने बताया कि बच्चे की मां ने पूर्व में भी एक बच्चे को एक लाख रुपये में बेचा था. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस संबंध में थानाध्यक्ष मनाेज कुमार ने बताया कि बच्चा खरीद बिक्री मामले में बच्चा के माता पिता समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मामले में कार्रवाई की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है