न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज साइमन डूल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है, कि सेंटनर ने भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी उजागर की. मिशेल सेंटनर ने शानदार प्रदर्शन करके भारतीय बल्लेबाजों को बेनकाब कर दिया. कीवी स्पिन आक्रमण विश्व स्तरीय नहीं है और उनके सामने भारतीय बल्लेबाजों का लचर प्रदर्शन चिंता का विषय है. डूल ने न्यूज एजेसी पीटीआई से कहा कि यह धारणा गलत है, कि भारतीय बल्लेबाज स्पिन के बेहतर खिलाड़ी हैं. मुझे लगता है कि आपको इस तरह के अच्छे विकेटों पर खेलने की आदत हो जाएगी, लेकिन जब पिच टर्न लेना शुरू करती है तो आपकी कमजोरी उजागर हो जाती है.
भारत लंबे समय तक टर्निंग विकेट पर खेलता रहा है, उसके पास अब भी रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के रूप में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं. उनके गेंदबाज अन्य टीमों को कम स्कोर पर आउट करने में सक्षम हैं लेकिन इस टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने उसके बल्लेबाजों को नहीं चलने दिया जबकि हमारी टीम के पास विश्व स्तरीय स्पिन गेंदबाजी आक्रमण नहीं है। इसलिए यह भारत के लिए किसी हद तक चिंता का विषय होगा.
कोहली का बचाव करते हुए डूल ने कहा, कि कोहली की फॉर्म चिंता का विषय नहीं है. विराट इस सीरीज की चार पारी में तीन बार स्पिनर के खिलाफ आउट हुए हैं. साइमन ने आगे कहा कि स्पिन के खिलाफ कुछ मुद्दे हैं लेकिन वह अकेला बल्लेबाज नहीं है जो स्पिनरों को अच्छी तरह से नहीं खेल पाया. ऑस्ट्रेलिया में आपको इस तरह के विकेट नहीं मिलेंगे और वहां कोहली अच्छा प्रदर्शन करेंगे. कोहली पिछले चार-पांच वर्षों से तेज गेंदबाजों के सामने अच्छा प्रदर्शन कर रहा है इसलिए मुझे नहीं लगता कि उनकी फॉर्म चिंता का विषय है.
55 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने रक्षात्मक रवैया अपनाने के लिए भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का भी बचाव किया और श्रृंखला की हार के लिए टीम के अनुभवी गेंदबाजों को दोषी ठहराया. डूल ने कहा कि मेरा मानना है कि टॉस जीतना महत्वपूर्ण है लेकिन रोहित के लिए बेंगलुरु का गलत फैसला अहम था. उन्होंने इसे स्वीकार भी किया. न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने इसका फायदा उठाया. गेंदबाजों को भी आड़े हाथों लेते हुए डूल ने कहा कि लोगों का कहना है कि रोहित थोड़ा रक्षात्मक हो सकता है लेकिन यह गेंदबाजों के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. आपके पास अनुभवी स्पिन गेंदबाज हैं. अगर आप क्षेत्ररक्षण सजाने के लिए अश्विन या जडेजा पर भरोसा नहीं कर सकते, तो आप हर समय इसके लिए रोहित को दोषी नहीं ठहरा सकते. मुझे लगता है कि गेंदबाजों को भी इसमें कुछ भूमिका निभानी होगी.