सिमरी बख्तियारपुर. फेस्टिव सीजन का आगाज हो गया है. इस फेस्टिव सीजन मे लोग खूब ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं. जिस कारण हर रोज डिलीवरी ब्वॉय ऑनलाइन किये गये दर्जनों ऑर्डर को उपभोक्ताओं के घरों तक पहुंचा रहे हैं. इन दिनों सहरसा शहर सहित सिमरी बख्तियारपुर, सोनवर्षा राज, नवहट्टा, पतरघट सहित विभिन्न जगहों पर ऑनलाइन शॉपिंग का आकर्षण सिर चढ़कर बोल रहा है. जिस कारण प्रत्येक दिन सैकड़ों ऑर्डर डिलीवरी ब्वॉय के माध्यम से उपभोक्ताओं के घरों तक पहुंच रहे हैं. 25 लडके कर रहे हैं हर रोज डिलीवरी सिमरी बख्तियारपुर मे इस धनतेरस तेजी के साथ घर से बैठ मनपंसद वस्तुओं की खरीदारी हो रही है. अच्छे और सस्ते प्रोडक्ट और सुपरफास्ट डिलीवरी की वजह से ऑनलाइन शॉपिंग के प्रति बढ़े लगाव के कारण लोग पड़ोस की दुकान में जाने की बजाय ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं. स्थिति ऐसी है कि अब उपभोक्ता मोबाइल के अलावे एलइडी टीवी, कपड़े, वाशिंग मशीन, ब्यूटी प्रोडक्ट, ज्वैलरी जैसी चीजें ऑनलाइन मंगाने लगे हैं. खासतौर से विभिन्न कंपनियों द्वारा दिये गये कैश ऑन डिलेवरी की सुविधा की वजह से सिमरी बख्तियारपुर में त्योहारों के दौरान खूब डिलीवरी हो रही है. सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत ब्लॉक चौक के निकट स्थित इ कार्ट में टीम लीडर पद पर तैनात चंदन कुमार सिंह ने बताया कि इस त्योहारी सीजन में उनके यहां से हर रोज 25 से 30 लड़कों के माध्यम से सिमरी बख्तियारपुर में विभिन्न ऑनलाइन शॉपिंग साइट के हजार से ग्यारह सौ प्रोडक्ट डिलीवरी किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि फ्लिपकार्ट, स्नेपडील, मंत्रा, सिटी मॉल, लाइमरोड आदि सहित कई कंपनियों के प्रोडक्ट की डिलिवरी बड़े पैमाने पर सिमरी बख्तियारपुर, सलखुआ, बनमा आदि जगहों पर हो रही है. उन्होंने कहा कि बदलते वक्त के साथ ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज बढ़ रहा है. हम आपको बता दें कि 2017 में सिमरी बख्तियारपुर में हर दिन त्योहारी सीजन में मात्र 90 से 100 डिलीवरी हुआ करती थी. लेकिन बीतते वक्त के साथ ऑनलाइन शॉपिंग चमक उठी. संभल कर करे शॉपिंग इस फेस्टिव सीजन के दौरान ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए कंपनियां तमाम तरह के ऑफर ले कर आयी है. वहीं इस मौके का फायदा उठाने के लिए सायबर ठग भी लगे हुए हैं. साइबर क्रिमिनल्स लोगों को शॉपिंग में सस्ते ऑफर का झांसा देकर अपनी जाल में फंसाने का प्रयास कर रहे हैं. ये ठग किसी नामी शॉपिंग कंपनी की डमी वेबसाईट तैयार करते हैं. फिर ब्रांडेड सामान को भारी भरकम डिस्काउंट में बेचने का सोशल मीडिया पर विज्ञापन देते हैं. वहां से लोग सस्ते के चक़्कर में डमी वेबसाइट पर जाकर ऑर्डर दे देते हैं. इसके बाद पेमेंट के दौरान ऐरर करके ओटीपी मांग धोखाधड़ी का प्रयास करते हैं. इसलिए जिस भी साइट से शॉपिंग करने वाले हैं, उस साइट के यूआरएल को पहले सही से चेक करें. तब ही शॉपिंग करें.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है