मेदनीचौकी. स्थानीय थाना अंतर्गत 14 अक्तूबर को सुबह साढ़े आठ बजे देवघरा निवासी स्व लखन पोद्दार के पुत्र कैलाश पोद्दार शिक्षक की घात लगाकर अज्ञात अपराधियों ने हत्या कर दी थी. मृतक कैलाश पोद्दार की पत्नी के बयान पर मेदनीचौकी थाना में कांड संख्या 228/ 24 के तहत प्राथमिक की दर्ज की थी. उसके बाद से उक्त हत्याकांड पर पुलिस का अनुसंधान चल रहा था. मेदनीचौकी थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार ने बताया कि उक्त अनुसंधान टीम एसपी लखीसराय के निर्देशानुसार एक छापेमारी दल का गठन किया गया था. जिसमें एसडीपीओ के नेतृत्व में कांड के उद्वेदन के लिए तकनीकी अनुसंधान एवं सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन के आधार पर घटना में संलिप्त एवं अपराधी का बाइक सहित पहचान कर छापेमारी की गयी तथा कांड की अप्राथमिकी अभियुक्त देवघरा निवासी स्व जगदंबी प्रसाद सिंहा के पुत्र राजेश कुमार उर्फ अक्षयलाल को तथा घटना में संलिप्त बीआरओ 8 एल 6365 नंबर की बाइक, हेलमेट, मोबाइल, घटना के समय पहने हुए कपड़े के साथ उसके घर से 13 दिन बाद रविवार को गिरफ्तार किया गया. साक्ष्य के लिए सीसीटीवी फुटेज का डीभीआर भी जब्त किया गया. वहीं उक्त गिरफ्तार अप्राथमिकी अभियुक्त ने घटना में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की है. थानाध्यक्ष ने बताया कि हत्याकांड में अन्य संलिप्त अपराधियों को जल्द पकड़ लिया जायेगा.
आरोपित के पास से ये हुआ बरामद
शिक्षक हत्याकांड में गिरफ्तार अभियुक्त से एक काला रंग की पैशन प्रो बाइक, घटना के समय अभियुक्त द्वारा पहने गए गुलाबी रंग का शर्ट, हल्का ब्लू पैंट, गमछा, एक काले रंग का हेलमेट, डीभीआर- 2 व मोबाइल बरामद किया गया. छापेमारी दल में मौके पर मेदनीचौकी थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार, एस आई कमल किस्कू, शिव शंकर मंडल, आलोक कुमार अमल , सुदर्शन बिन्द, महेश प्रसाद सिंह, एएसआइ राजेश कुमार, ब्यूटी कुमारी, कुमार लड्डू, पिंटू कुमार सहित सशस्त्र बल शामिल थे.
शिक्षक हत्याकांड के पीछे छिपे हैं कई राज
मेदनीचौकी. स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत देवघरा के शिक्षक कैलाश पोद्दार पेसर स्व लखन पोद्दार के हत्याकांड के पीछे कई राज छिपे हो सकते हैं. पुलिस अनुसंधान में हत्यारा शिक्षक का पड़ोसी ही निकला. सीसीटीवी फुटेज व शिक्षक से लिंककप सभी पहलुओं पर अनुसंधान करते हुए गठित टीम ने हत्या की परत खोल कर रख दी और हत्याकांड के आरोपित को आखिर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अनुसंधान के मुताबिक हत्या के पीछे पुरानी रंजिश, जमीन विवाद व निकट भविष्य में आने वाले राजनितिक रुकावट आदि कुछ भी कारण हो सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है