पलामू टाइगर रिजर्व और छत्तीसगढ़ से निकलकर गढ़वा जिले के दक्षिणी वन क्षेत्र में पहुंचा हाथियों का झुंड खिलौनों की तरह घरों को तोड़ रहा है. शुक्रवार की रात भी भंडरिया प्रखंड के बिजका गांव में तीन घरों को तोड़ने के बाद दूसरी रात भी 30-35 हाथियों का झुंड गांव में आ धमका. गुस्से में चिंघाड़ते तथा रौद्र रूप दिखाते हाथियों ने पांच घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं चार बकरियों को पटककर मार डाला. हाथी इतने आक्रोशित थे कि ग्रामीणों के मशाल जलाने के बाद भी घरों को तोड़कर अनाज खाते रहे. जिन लोगों के घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये, उनमें बिजका गांव के मखनु मांझी व करमदयाल सिंह, तेतर सिंह, जगन सिंह व जयपाल सिंह शामिल हैं. वहीं हाथियों ने घरों में रखे कई किवंटल मकई, चना व चावल खा लिया.
धान की फसलें बर्बाद की : इधर सूर्योदय के बाद जंगल की ओर जाते वक्त हाथियों ने कई एकड़ में लगी धान की फसलें भी रौंदकर बर्बाद कर दी. ग्रामीण जगनारायण सिंह, बरजु मांझी, प्रमोद सिंह, महावीर सिंह, सुमित्री देवी, छोटू सिंह, मनीजर मांझी, जवाहीर मांझी, बरतू माझी, ध्यान सिंह, सीताराम सिंह, किसुन सिंह, सूदन सिंह, बिहारी सिंह, शिवधारी सिंह, कर्मवीर सिंह व राजनाथ सिंह ने बताया कि रात करीब आठ बजे ही हाथियों का झुंड मखनु कोरवा के घरों को तोड़ने लगा. इसके बाद करमदयाल सिंह के व अन्य तीन घरों को तोड़कर हाथी आराम से अनाज खाते रहे. फिर सुबह होने के बाद जंगलों की ओर वापस लौटे.
अब कैसे होगी बेटी की शादी : हाथियों के इस आतंक में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त घर दिखाते हुए मखनु मांझी की पत्नी बचरी देवी ने बताया कि बेटी की शादी के लिए बक्सा, गहना व कपड़ा सहित अन्य सामान की खरीदारी कर घर में रखा गया था. लेकिन हाथियों ने न सिर्फ घर पूरी तरह तोड़ दिया, बल्कि शादी का सारा सामान भी बर्बाद कर दिया. वहीं घर में रखा पूरा अनाज चट कर गये. बचरी ने बताया की उन लोगों ने भागकर जान बचायी.
पंचायत भवन में रात भर लेनी पड़ी शरण : पीड़ित लोगों ने बताया कि मशाल जलाने के बाद भी हाथियों का झुंड जब नही भागा, तब तिलसी टोले के लोगों को ही टोला छोड़कर भागना पड़ा. वउन्हें रात भर पंचायत भवन में शरण लेनी पड़ी. उन्होंने बताया की सुबह आकर देखा, तो हाथी मजे से घरों के अनाज खा रहे थे. वहीं जाते-जाते अनाज की बोरी उठाकर लेते चले गये.सूचना पर पहुंचने लगे नेता, दिया आश्वासन : इधर इस घटना की सूचना के बाद विभिन्न राजनीतिक पार्टी के नेताओं का बिजका आने का सिलसिला शुरू हो गया. सूचना पर कांग्रेस नेता गोपाल त्रिपाठी गांव पहुंो व प्रभावित घरों की हालत देखकर पीड़ित लोगों से बात की. वहीं उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इसके बाद भाजपा नेताओं ने भी यहां पहुंचकर मामले की जानकारी ली.
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