झाझा-पटना पैसेंजर में तकनीकी खराबी से चक्का जाम हो गया. मोकामा में ट्रेन सात घंटे तक रुकी रही. दानापुर से आयी एआरटी टीम ने चक्का को दुरुस्त किया. मोकामा में ट्रेन 9:14 बजे सुबह में पहुंची. जबकि खाली रैक को मोकामा से सीधे पटना के लिए 16:24 में रवाना किया गया. दूसरी ओर रेलकर्मियों को लेकर दानापुर से आयी स्पेशल ट्रेन का इंजन भी फेल हो गया. जिससे रेलकर्मियों की परेशानी बढ़ गयी. दूसरे इंजन के सहारे स्पेशल ट्रेन को वापस दानापुर रवाना किया गया.
हाथीदह स्टेशन पर चक्का के जाम होने का पता चला
हाथीदह स्टेशन पर चालक को चक्का के जाम होने का पता चला. उसने इसकी सूचना कंट्रोल को दी. धीमी रफ्तार में ट्रेन को मोकामा स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 03 तक लाया. मोकामा में टेक्नीशियन में पहिए की पड़ताल की. जिससे पता चला कि एक्सल गड़बड़ी की वजह से पहिया जाम है. तब जाकर झाझा-पटना पैसेंजर में सवार यात्री को कमला गंगा एक्सप्रेस में स्थानांतरित किया गया. यात्रियों को पैसेंजर ट्रेन के टिकट पर कमला गंगा एक्सप्रेस में पटना तक सफर करने की छूट दी गयी. वहीं झाझा पैसेंजर में सवार यात्रियों की सुविधा को लेकर मोकामा के बाद कमला गंगा एक्सप्रेस को सभी हॉल्ट और स्टेशनों पर रोका गया.
कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आ रही
रेल सूत्रों का कहना है कि झाझा पैसेंजर की पहिया में आयी खराबी के मामले की जांच शुरू हो गयी है. इसमें कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. पहिया के जाम होने के बाद ट्रेन बेपटरी भी हो सकता था.