Bihar Politics: एनडीए की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि 2025 के चुनाव में 2010 के रिकाॅर्ड तोड़ने का लक्ष्य निर्धरित हो. इसके लिए सभी जिलों में एनडीए समन्वय की बैठक हो. जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार की 243 में से 173 सीटों पर एनडीए को बढ़त मिली थी, जबकि महागठबंधन की बढ़त मात्र 63 सीटों पर थी. यह फासला लगभग तीन गुनी है. 2025 के विधानसभा चुनाव में हमें इससे भी बड़ी जीत हासिल करनी है. यह बैठक उसी की तैयारी के लिए है. हमें 2025 के अप्रैल तक जिला स्तर पर और विधानसभा स्तर पर एनडीए का सम्मेलन कर लेना है. मुख्यमंत्री ने बैठक में जो बातें कहीं, उसके बारे में जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने मीडिया को जानकारी दी.
संजय झा ने संबोधन में सरकार के काम गिनाए
इससे पहले एनडीए की बैठक को संबोधित करते हुए जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2020 में 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार देने की बात कही थी. अब तक सात लाख से अधिक लोगों को नौकरी दी गयी है, जबकि 24 लाख से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. अभी लाखों की संख्या में नयी नियुक्तियां प्रक्रियाधीन हैं. महिलाओं के सशक्त बना कर उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है. उन्होंने देश में सबसे पहले बिहार में 2006 में ही महिलाओं को पंचायत चुनाव में 50% आरक्षण दे दिया. फिर 2007 में नगर निकाय के चुनावों में भी इसे लागू किया. सरकारी नौकरियों में भी महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया.
सम्राट चौधरी ने बताया लोगों को क्या बताना होगा
उपमुख्यमंत्री सम्राट चैधरी ने कहा कि हमें लोगों को बताना होगा कि बिहार कहां था और कहां पहुंचा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में न्याय के साथ विकास की संरचना को खड़ा किया. 2005 से पहले के 15 वर्षों के शासन में एक लाख नौकरी भी नहीं दी गयी थी, जबकि नीतीश कुमार के राज में 2005 से 2020 तक साढ़े सात लाख नौकरियां दी गयीं.वहीं, 2020 से अब तक सात निश्चय-2 के तहत 10 लाख लोगों को नौकरी देने का संकल्प इन्होंने लिया था, जो अब बढ़कर 12 लाख हो गयी है. वहीं, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि एनडीए के पांचों दल पंचामृत की तरह हैं. हमें मिलकर और हर स्तर पर नए-पुराने को जोड़कर आगे बढ़ना है. बिहार की शांति भंग करने वालों से बिहार को मुक्ति दिलाना है.
ललन सिंह क्या बोले
केंद्रीय मंत्री व जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि चुनाव में जाने से पहले हमें सरजमीन का काम पूरा करना है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना किसी भेदभाव के समाज के हर तबके का उत्थान किया है. आज के नौजवानों ने 19 साल पहले पति-पत्नी के राज में बिहार की दुर्दशा को नहीं देखा है. सोशल मीडिया और मोबाइल पर रहने वाली इस पीढ़ी को हमें भ्रमित होने से रोकना है. एनडीए के घटक दलों एक परिवार के रूप में काम करेंगे और सजग रहेंगे तो 2010 से भी बड़ी जीत हासिल करने से हमें दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती.
उपेंद्र कुशवाहा ने क्या कहा
राष्ट्रीय लोक मार्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस बैठक के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा संदेश देने का काम किया है. अब एनडीए के सभी कार्यकर्ता अपना एक ही दल ‘एनडीए’ बतायेंगे और गांव-गांव जाकर संपर्क और संवाद स्थापित करेंगे.
उमेश कुशवाहा का बयान
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि लोकसभा चुनाव से मिले उत्साह और ऊर्जा को हमें 2025 में बरकरार रखते हुए 2025 में 225 सीटों के लक्ष्य पर काम करना है. उन्होंने कहा कि एनडीए के घटक दलों में शीर्ष स्तर पर प्रदेश स्तर पर जैसा समन्वय होता है, वैसा ही समन्वय बूथ तक होना चाहिए. एनडीए चट्टानी एकता का संदेश नीचे तक जाना चाहिए.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ दिलीप जायसवाल क्या बोले
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि यह बैठक आपसी समन्वय की बैठक है और 2025 का चुनाव हमारा लक्ष्य है. इस चुनौती को हमें अवसर में बदलना है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने आप में एक राजनीतिक संस्थान हैं. हमें इनके जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है. हम इनके नेतृत्व में दो तिहाई बहुमत से जीत हासिल करेंगे.
संतोष सुमन नीतीश कुमार पर क्या बोले
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमलोगों के लिए पूंजी हैं. उन्हें समाज के हर वर्ग का प्रेम और सम्मान हासिल है. उन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर की तरह दलितों और पिछड़ों के उत्थान का काम किया है. हम 2025 में उनके नेतृत्व में बड़ी जीत हासिल करेंगे.
राजू तिवारी बोले- एकतरफा होगा चुनाव
लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले अगर हम इस तरह का समन्वय पंचायत तक कर लें तो चुनाव एकतरफा हो जाएगा और बिहार में कोई विपक्ष नहीं होगा.
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