Muzaffarpur News: दीवान रोड में रिटायर्ड बैंक मैनेजर जगदीश चौधरी के बेटे मुकेश कुमार की सोमवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में जिंदा जलने से मौत हो गयी. शव कमरे में स्टील की पलंग पर पड़ा हुआ था. पलंग के नीचे केरोसिन का डिब्बा मिला है. मुकेश की मौत की सूचना मिलने के बाद मिठनपुरा के चूना भट्टी रोड स्थित ससुराल से पत्नी प्रिया चौधरी, ससुर सोहन चौधरी समेत एक दर्जन लोग घटनास्थल पर पहुंच गये. जगदीश चौधरी व मुकेश के भाई दीपक पर जिंदा जलाकर मारने का आरोप लगाते हुए उन लोगों ने हंगामा किया. इस दौरान जगदीश के साथ मारपीट भी की गयी.
पत्नी ने दी लिखित शिकायत
नगर थानेदार शरत कुमार ने जहां मुकेश की मौत हुई थी, वहां जाकर छानबीन की. जांच के लिए एफएसएल की टीम को बुलाया. टीम ने कमरे से साक्ष्य जुटाये. पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव भेज दिया. पुलिस ने जगदीश चौधरी, दीपक व देवरानी को हिरासत में लिया है. मृतक की पत्नी प्रिया ने पति की हत्या का आरोप लगाकर थाने में लिखित शिकायत दी है. नगर थानेदार ने बताया कि परिजन ने लिखित शिकायत दी है. वरीय पदाधिकारी के मार्गदर्शन में आगे की कार्रवाई करेंगे.
पत्नी हो रही थी बेहोश, बेटा खोज रहा था पिता
पति की मौत की खबर मिलने के बाद प्रिया बार-बार बेहोश हो रही थी. जब भी वह होश में आती मुकेश को ढूंढ़ती. उसकी मां व बहन का भी रो-रोकर बुरा हाल था. प्रिया की शादी पांच साल पहले हुई थी. उसके ससुर जगदीश ने उसके पिता सोहन का मकान गिरवी रखवा कर दहेज लिया था. शादी के बाद से ही ससुर उसे प्रताड़ित कर रहा था. पति पुणे में एक फाइव स्टार होटल में नौकरी करता था. इसके बाद भी उसको रुपये नहीं देने देता था. प्रिया के परिजन रिटायर्ड बैंक मैनेजर पर यह भी आरोप लगा रहे थे कि दो साल पहले उन्होनें अपने पत्नी को भी छत से धक्का देकर मार डाला था.
पिता व भाई ने किया अंतिम संस्कार
मुकेश के शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए ससुराल वाले जिद पर अड़े थे. लेकिन, वरीय पदाधिकारियों के आदेश पर नगर थानेदार ने पुलिस अभिरक्षा में मृतक के पिता व भाई को अंतिम संस्कार के लिए भेजा.