लखीसराय. बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ लखीसराय के जिला सचिव सह बिहार शिक्षक एकता मंच के संयोजक सत्यप्रकाश ने हुए कहा कि सरकारी विद्यालय में कार्यरत प्रारंभिक नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान अब तक नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. जबकि सरकार व विभाग द्वारा निर्देश जारी किया गया है कि 25 अक्तूबर तक भुगतान हर हाल में होना चाहिए, लेकिन दीपावली व छठ पूजा जैसे मुख त्योहार पर भी प्रारंभिक नियोजित शिक्षक वेतन से वंचित हैं, जबकि दीपावली है. शिक्षक अपनी खरीदारी कैसे कर सकेंगे, एक तो 9:00 बजे से 4:30 तक शिक्षक विद्यालय में अपने दायित्व का निर्वहन करते हैं, परंतु समय पर वेतन भुगतान नहीं होना, सौतेलापन आचरण को दर्शाता है, जबकि वेतन आश्रितों के लिए होता है. शिक्षक की विभिन्न श्रेणी कर सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को कमजोर किया है. शिक्षा विभाग गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के नाम पर शिक्षकों को अपमानित एवं जलील कर रहे हैं, कभी निरीक्षण के नाम पर तो कभी ऑनलाइन अटेंडेंस बनाने के नाम पर प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, न तो धनतेरस न ही छोटी दिवाली के अवसर पर अवकाश घोषित किया गया, मात्र एक दिन की दीपावली मनाने की छुट्टी घोषित किया गया. जबकि बिहार में पड़ोसी राज्य के निवासी भी शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं, दूर दराज के भी शिक्षक जो 100 से 200 किलोमीटर दूरी पर उनका घर है, ऐसे में शिक्षक दिवाली में घर जाने से वंचित रह जायेंगे.
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