मैनाटांड़. नेपाल मानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत लौकर गांव के पूरब मंगलवार की सुबह भैंस के बच्चे को बाघ ने मार दिया है. इस घटना को लेकर लौकर, मानपुर चक्रसन, गम्हरिया, जिंगना, पड़रिया, हरदिया एवं पुरैनिया गांव के लोगों में भय का माहौल है. वहीं उप मुखिया राकेश साह, सेनापति सिंह, सरपंच संजय दिसवा, विकास कुशवाहा, बृजेश साह, रूकेश पासवान, प्रदीप पासवान आदि ने बताया कि लौकर गांव के ही आजाद मियां मंगलवार की अहले सुबह गांव से पूरब बगीचा के पास अपने भैंसों को चरा रहे थे. इसी दौरान ईख के खेत से निकलकर बाघ ने आजाद मियां के सामने ही उसके पाड़ा पर हमला कर मार दिया. उसके बाद बाघ ने अपने शिकार पाड़ा को खींचकर जहूर मियां के गन्ने के खेत में ले गया. पशुपालक आजाद मियां के सामने ही बाघ के हमले पाड़ा को मारे जाने देखकर वह वहां से किसी तरह अपनी जान बचाकर गांव की ओर भागा. गांव में आकर उसने इस घटना की सूचना दी. उसके बाद काफी संख्या में लोग भी घटनास्थल पर पहुंच मानपुर वन कार्यालय और मानपुर पुलिस को मामले की जानकारी दी. ग्रामीणों ने बताया कि पूरी संभावना है कि जंगल से भटक क बाघ इधर लौकर के सरेह में आया है. ग्रामीणों ने बताया कि बाघ के भय से हम सभी खेतों की तरफ जाना छोड़ दिये हैं. एक तरफ तो जंगली सूअर, हिरण , नीलगायों ने खेतों में लहलहाती धान की फसल खाकर बर्बाद कर रहे हैं तो दूसरी तरफ बाघ के डर से जंगली जानवर नीलगाय हिरण से भी हम अपनी फसल को नहीं बचा पा रहे है. उधर फॉरेस्टर रूपा सिन्हा ने बताया कि मादा बाघ ने जानवर को मारा है. उसे गन्ने के खेत में ले गया है. जब तक वह पूरे मांस को नहीं खायेगी, तब तक वह वहां से नहीं हटेगी. वन विभाग की टीम उसकी ट्रैकिंग में लगी हुई है. घटनास्थल की ओर किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है. पशुपालक द्वारा आवेदन मिलने पर मुआवजा दिया जायेगा. वन विभाग का पूरा प्रयास है कि बाघ जंगल की ओर लौट जायें. वहीं मानपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार चौधरी ने बताया कि लौकर सरेह में बाघ के द्वारा पाड़ा को मार देने की घटना पर पुलिस की पूरी नजर है. पुलिस पदाधिकारी के द्वारा मामले की जांच कर वन विभाग को सूचित किया गया है.
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