पूर्णिया . दीपावली के साथ शहर में काली पूजा की तैयारी भी पूरी हो गयी है. गुरुवार की रात विभिन्न मंदिरों में देवी काली की पूजा मंत्रोच्चार के साथ की जाएगी. बुधवार को काली पूजा की तैयारियों को अंतिम रुप दिया गया. इसके लिए जगह-जगह पूजन पंडाल बनाए गये हैं जहां काली के भव्य प्रतिमा भी लगायी जा रही है. गौरतलब है कि उन स्थानों पर बड़ी पूजा होती है जहां पहले से मंदिर स्थापित है. इसमें पूर्णिया सिटी स्थित पूर्णेश्वरी काली स्थान, भट्ठा काली बाड़ी, कसबा गुप्त काली मंदिर और चूनापुर माता स्थान का अलग महत्व है. मधुबनी काली मंदिर, तरबन्ना तारानगर काली मंदिर, जनता चौक काली स्थान, महामाया स्थान आदि मंदिरों एवं पूजन स्थलों पर इस बार जोरदार तैयारी की गयी है. कई पूजन स्थलों पर सांस्कृति एवं रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं जबकि मधुबनी काली मंदिर में पूजा के साथ-साथ मेला भी लगाया जा रहा है. यहां हर साल कुश्ती का दंगल होता है जिसमें बाहर के पहलवान पहुंचते हैं. काली पूजा चूंकि मध्य रात्रि होती है इसलिए श्रद्धालु देर रात से सुबह तक मंदिरों में जमे रहते हैं और इसके लिए मंदिरों में पूरी रात भीड़ जुटी रहती है.
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