बीडीओ को दिया ज्ञापन महिषी पिछले दिनों कोसी बराज से अधिकतम जल निकासी के कारण आई प्रलयंकारी बाढ़ से हुई क्षति व सरकार व प्रशासन के द्वारा राहत के नाम पर खानापूर्ति व प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर आक्रोश का इजहार किया. प्रखंड अध्यक्ष पूर्व मुखिया नजमूल होदा के संयोजन व पार्टी के वरिष्ठ नेता एआईसीसी सदस्य डॉ तारानंद सादा की अगुवाई में सैकड़ों नेता व कार्यकर्ताओं ने तारा स्थान से पैदल मार्च निकाल व सरकार विरोधी नारा लगाते प्रखंड कार्यालय पहुंचे व धरना पर बैठे. धरना प्रदर्शन को संबोधित करते डॉ सादा ने कहा कि बाढ़ के पानी ने लोगों को बेघर किया. घरों में रखा अनाज पानी भी नाव की कमी के कारण बाहर नहीं निकाल पाये. फसल की क्षति हुई. मुख्यमंत्री के द्वारा सभी पीड़ित परिवारों को सात हजार की राशि डीबीटी के माध्यम से देने का निर्देश जारी होने के बाद भी प्रशासन में बैठे लोगों की मनमानी से हजारों पीड़ित लाभ से वंचित हैं. सूखा राशन व पॉलीथिन बंटवारा में भी सिर्फ खानापूर्ति की गयी. सरकार द्वारा आवंटित राहत सामग्री लूट का माध्यम बना. अगर शीघ्र सभी वंचित परिवारों को मुआवजा का भुगतान नहीं किया गया तो कांग्रेस जिला मुख्यालय में उग्र प्रदर्शन को बाध्य होगी. डॉ सादा के नेतृत्व में पार्टी नेताओं का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री के नाम बीडीओ को नौ सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. मांग में फसल क्षति मुआवजा आवेदन करने की प्रक्रिया सुलभ करने, गृह क्षति का आकलन कर मुआवजा देने, अगली खेती के लिए किसानों को मुफ्त खाद बीज उपलब्ध कराने, पूर्व मंत्री लहटन चौधरी के द्वारा गठित कोसी प्राधिकार को फिर से बहाल करने, उच्चतम न्यायालय के आदेश के विरुद्ध प्रीपेड स्मार्ट मीटर नहीं लगाने, सरकारी सेवकों व बाढ़ पीड़ितों पर किये गए फर्जी मुकदमा वापस लेने की बात कही गयी है. पैदल मार्च व धरना प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष मुकेश झा, वरीय उपाध्याय पूर्व मुखिया नईम उद्दीन, प्रो अशोक कुमार झा, मनोज मिश्र, मानिक चंद्र झा, पूर्व प्रमुख सीता राम साह, प्रेम लाल सादा, नागेंद्र पासवान, मधुकांत चौधरी, उदय कांत झा सहित अन्य शामिल थे.
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