सीतामढ़ी. सरकारी स्कूलों में एमडीएम योजना में लूट का खेल बराबर उजागर होते रहता है. हर माह किसी न किसी स्कूल के प्रधान शिक्षक पर कार्रवाई के तहत राशि की वसूली होती है. बावजूद इससे कुछ प्रधान शिक्षक सबक नहीं लेते है और एक न एक दिन वह विभाग की चपेट में आ जाते है. ताजा मामला जिले के परिहार प्रखंड के मध्य विद्यालय, सिरसिया बाजार का है, जहां के प्रधान शिक्षक लाखों रुपये का आर्थिक दंड लगा है. उक्त प्रधान शिक्षक पर करीब 30 क्विंटल चावल और 1.83 लाख रुपये गबन का आरोप है.
बताया गया है कि एमडीएम के जिला समन्वयक एवं जिला साधन सेवी ने संयुक्त रूप से उक्त स्कूल पहुंच कर एमडीएम से संबंधित जांच की थी. गड़बड़ी का मामला सामने आने पर डीपीओ ने प्रधान से जवाब मांगा था. उनके जवाब को तथ्य से परे पाया गया था. दरअसल, प्रधान शिक्षक अधिक बच्चों की उपस्थिति दर्ज कर चावल व राशि हजम कर रहे थे. विभागीय प्रधान सचिव के एक पत्र के आलोक में प्रधान शिक्षक से 2,73, 452 का आर्थिक दंड निर्धारित किया गया है. उन्हें शीघ्र बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना समिति, सीतामढ़ी के नाम से संचालित खाते में उक्त राशि जमा कराने का आदेश दिया गया है. अन्यथा उनके वेतन से वसूली की जायेगी. मामले में परिहार के एमडीएम के साधनसेवी को कमजोर अनुश्रवण के लिए जिम्मेदार मानकर उनके अक्टूबर के वेतन से 10 फीसदी की कटौती की जायेगी.
— जांच में यह हुआ था खुलासा
चार सितंबर को स्कूल का निरीक्षण किया गया था. पाया गया था कि कक्षा एक से पांच तक के बच्चों की औसत उपस्थिति 238 व भौतिक उपस्थिति 68 है, जबकि छह से आठ तक की औसत उपस्थिति 277 व भौतिक उपस्थिति मात्र 56 है. यानी 391 अधिक बच्चों की हाजिरी बनाई गई थी. जून व अगस्त मात्र दो माह के गबन का आंकड़ा निकाला गया. पाया गया कि 30.09 क्विंटल खाद्यान्न व 1,63,924 रूपये का गबन किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है