संवाददाता, कोलकाता
आरजी कर अस्पताल में गत नौ अगस्त की घटना की शिकार महिला प्रशिक्षु चिकित्सक के लिए न्याय की मांग कर रहे जूनियर चिकित्सकों ने बुधवार शाम को आम लोगों के साथ मशाल जुलूस निकाला. महिला जूनियर चिकित्सक से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी. पश्चिम बंगाल कनिष्ठ चिकित्सक मंच और कई नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधियों ने सॉल्टलेक के सेक्टर थ्री स्थित पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल कार्यालय से सेक्टर वन में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय तक रैली निकाली.
जुलूस में शामिल लोगों ने ‘हमें न्याय चाहिए’ जैसे नारे लगाये और सीबीआइ से बलात्कार-हत्या मामले की जांच यथा शीघ्र पूरी करने की मांग की. प्रदर्शन में शामिल एक चिकित्सक ने कहा कि घटना को लगभग तीन महीने हो गये हैं. सीबीआइ अब भी मामले की जांच कर रही है. हम चाहते हैं कि वे अपनी जांच में तेजी लाये.आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल से नौ अगस्त को एक महिला चिकित्सक का शव बरामद किया गया था. जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के 80 दिन हो गये लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिला है. जूनियर चिकित्सकों ने मृत चिकित्सक के लिए न्याय और चिकित्सा प्रतिष्ठानों में कड़ी सुरक्षा की मांग करते हुए पूरे पश्चिम बंगाल में ‘काम बंद’ आंदोलन शुरू कर दिया था.
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा अपनी मांगों को निर्धारित 24 घंटे की समय-सीमा में पूरा नहीं करने पर जूनियर डॉक्टरों ने पांच अक्टूबर की रात को आमरण अनशन शुरू किया था. हालांकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ 24 अक्तूबर को बैठक के कुछ घंटे बाद उन्होंने आमरण अनशन समाप्त किया था.
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