Gaya News: गया में अवैध बालू खनन के कारोबार पर बड़ी कार्रवाई हुई है. खनन निरीक्षक काशिफ कमाल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने ढाढ़र नदी के विभिन्न जगहों से अवैध खनन की सूचना पर छापेमारी की. गुरुवार की सुबह 6:15 से 8:00 बजे तक चली. इस कार्रवाई में बदउंवा, यशपुर, आमीन, पतेया कालघाट, दुब्बा बाराटांड़ व नीमी बालू घाटों पर अवैध खनन और परिवहन के साक्ष्य मिले. इसमें करीब 27,800 घनफुट बालू की चोरी का अनुमान लगाया गया.
सरकार को हो रहा था राजस्व का भारी नुकसान
इस छापेमारी के दौरान स्थानीय लोगों से मिली जानकारी में एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ. इसमें 30 से अधिक लोग शामिल हैं. इनमें राकेश कुमार उर्फ लालू, शंकर यादव, महेंद्र यादव, विक्रम सिंह, सुजीत कुमार भारती, गुड्डू सिंह, अनूप कुमार सहित अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. ये सभी अपने निजी ट्रैक्टरों और रिश्तेदारों के ट्रैक्टरों का इस्तेमाल कर रातों-रात नदी से बालू चोरी कर उसे बाजार में बेच रहे थे. पुलिस के अनुसार, इनकी अवैध गतिविधियों से सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा था.
बच्चों से कराते थे चौकसी
पुलिस ने खुलासा किया है बालू माफिया न केवल संगठित रूप से काम करते थे, बल्कि अपनी गतिविधियों को छुपाने के लिए बच्चों को मोबाइल देकर घाटों और रास्तों पर निगरानी के लिए तैनात करते थे. जैसे ही पुलिस या प्रशासनिक टीम पास आती, ये बच्चे तुरंत सूचना पहुंचा देते. इससे ये माफिया आसानी से बालू चोरी में सफल हो जाते. इधर अवैध बालू कारोबार के खिलाफ इस छापेमारी से खनन माफियाओं में खलबली है.
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अवैध खनन में संलिप्त सभी आरोपितों को कानून के दायरे में लाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी ताकि जिले में अवैध बालू कारोबार पर अंकुश लगाया जा सके. इस अभियान में फतेहपुर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक सतीन प्रसाद, अमरेंद्र कुमार, हवलदार सूर्यदेव सिंह, सिपाही संजीव कुमार गुप्ता, रंजीत कुमार, खनन विभाग के गृह रक्षक शंभुनाथ पांडेय, रामविलास कुमार, सत्येंद्र कुमार व घनश्याम यादव शामिल थे.
इसे भी पढ़ें: अब छठ पर्व में छपरा-अमृतसर के लिए चलेगी विशेष ट्रेन, इंडियन रेलवे का बड़ा फैसला
Bihar के इस जिले में है प्रसिद्द औंगारी धाम सूर्यमंदिर, कहानी जान उड़ जायेंगे होश